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वन विभाग के निशाने पर किंजल सिंह

kinjalलखनऊ। दुधवा के उप निदेशक पी. पी. सिंह के हटने के बाद लखीमपुर की डी. एम. किंजल सिंह अब सीधे वन विभाग के निशाने पर आ गई हैं। कर्मचारियों के आंदोलन के बाद वन विभाग ने अपनी रिपोर्ट सीएम को भेज दी है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि वन विभाग के ज्यादातर कर्मचारी और अफसर किंजल सिंह के खिलाफ एकजुट हैं। ऐसे में विभाग का काम प्रभावित हो रहा है।

इस वजह से इस साल रेकॉर्ड छह करोड़ पौधे लगाए जाने का अभियान भी प्रभावित हो सकता है। दुधवा में डीएम किंजल सिंह ओर वन विभाग के कर्मचारियों के बीच करीब तीन महीने से विवाद चल रहा है। सीएम के निर्देश पर शासन स्तर पर बैठक होने के बाद भी मामला नहीं सुलझा। इस दौरान दुधवा कर्मचारी करीब दो महीने से ज्यादा हड़ताल पर रहे। वहां का पर्यटन ठप है।

पिछले दिनों इस मामले का हल निकालने के लिए दुधवा के उप निदेशक पी. पी. सिंह को हटा दिया गया। इससे मामला सुलझने के बजाय और बढ़ गया। वन विभाग के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। वे पी. पी. सिंह की बहाली और किंजल सिंह को हटाए जाने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दे रहे हैं। पिछले दिनों लखनऊ में वन विभाग मुख्यालय पर भी कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया था।

इसी विवाद के बीच वन विभाग ने भी अपनी रिपोर्ट तैयार करवाई है। विभाग ने यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भेजी है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि इस विवाद के चलते वन विभाग का काम प्रभावित हो रहा है। प्रदेश सरकार ने इस साल छह करोड़ पौधे लगवाने का लक्ष्य तय किया है। जुलाई से पौधे लगने हैं लेकिन उसके लिए गड्ढे खुदवाने सहित अन्य तैयारियां अब तक शुरू हो जानी चाहिए थी। कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से यह काम भी काफी प्रभावित हो रहा है। जल्द ही विवाद नहीं सुलझाया गया तो हालात और बिगड़ सकते हैं।

किंजल सिंह के समर्थन में थारू महिलाओं का प्रदर्शन
उधर, वन विभाग के कर्मचारी दुधवा से हटाए गए उप निदेशक पीपी सिंह के साथ हैं तो थारू महिलाओं ने सोमवार को डीएम किंजल सिंह के समर्थन में आंदोलन किया। उन्होंने लखीमपुर में में सड़क जाम कर दी। इस दौरान किंजल सिंह के समर्थन में नारे लगाए और उन्हें न हटाए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि डीएम को हटाया गया तो वे और तेज आंदोलन करेंगीं।