Breaking News

रॉयल थी जयललिता की लाइफ स्‍टाइल, 10000 साड़ियां, 750 चप्‍पलें, 28 KG सोना और…

life-style-of-jayalalithaaनई दिल्‍ली। तमिलनाडु की ‘अम्‍मा’, मास लीडर और मुख्‍यमंत्री जयललिता का निधन हो गया। जयललिता ने 11 बजकर 30 मिनट पर अंतिम सांस लिया। उन्‍हें कॉर्डिएक अरेस्ट हुआ था। जयललिता हमेशा से अलग व्‍यक्तित्‍व वाली नेता रहीं। उनके जीने का अंदाज बिल्‍कुल अलग था। जी हां जयललिता बिना किसी की परवाह किए अपने तरीके से अपनी जिंदगी जीती रही थीं। उनकी शानो-शौकत देखकर लोग दंग रह जाते हैं। जयललिता: ग्‍लैमरस अभिनेत्री से राजनीति की ‘आयरन लेडी’ बनने तक का सफर कहा तो यहां तक जाता है कि जयललिता के पास 10 हजार से ज्‍यादा साडि़यां और करीब 750 जोड़ी चप्‍पलें थीं। अम्‍मा को जानने वाले बताते हैं कि उनका अंदाज हमेशा से रॉयल रहा। जब वो फिल्‍मों में थीं तब भी उनके लिए खाना घर से आता था। वह अपने समय में सुपर स्टार थी। राजनीति में आने के बाद भी उनके रॉयल अंदाज में कोई चेंज नहीं आया। आम लोग ही नहीं, बड़े-बड़े उनके पैर छूते रहे। उनका जीने का अंदाज अलग था। ‘अम्‍मा’ की सुरीली आवाज में जरूर सुनिए यह बेहतरीन गाना ‘आ जा सनम मधुर चांदनी में हम’  जयललिता की खास कुर्सी जयललिता को गठिया की समस्‍या थी, इसलिए उनके लिए सागौन की लकड़ी की बनी खास कुर्सी डिजाइन की गई थी। यह कुर्सी दिल्‍ली स्थित तमिलनाडु भवन में रखी है। दिल्‍ली दौरे के दौरान जयललिता जहां-जहां जाती थी, कुर्सी भी वहां-वहां ले जाई जाती थी। फिर चाहे यह विज्ञान भवन में होने वाली मीटिंग हो, संसद की लाइब्रेरी या फिर राष्‍ट्रपति भवन। दिल्‍ली में उनकी मुलाकात के कार्यक्रमों के बाद यह कुर्सी वापस तमिलनाडु भवन भेज दी जाती थी। जानिए रहस्यमयी जयललिता किस बॉलीवुड एक्टर की थीं फैन?  5 भाषाओं का ज्ञान जयललिता को 5 भाषाएं आती थीं। वह अंग्रेजी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी में एक्सपर्ट थीं। इसी के साथ वे क्लासिकल डांस में भी एक्सपर्ट थीं। उन्होंने भारत में कई जगह क्लासिकल डांस की परफॉर्मेंस भी दी थी। उन्होंने 4 साल की उम्र से कर्नाटक संगीत भी सीखा था। उन्होंने अपनी कई फिल्मों में गाना भी गाया था। बॉलीवुड के हीमैन धर्मेद्र को आई जयललिता की याद  बेहिसाब साडि़यां और चप्‍पले जब जयललिता की कोठी पर छापा पड़ा था तो दस हजार साड़ियां और 750 जोड़ी जूते अलमारियों में रखे मिले थे। कहा तो यह भी जाता है कि सभी जूते और चप्‍पले साडि़यों के मैच के थे। हालांकि इस मामले ने राजनीति में भूचाल जरूर ला दिया था। गोद लिए बेटे की शादी में 75 करोड़ खर्च सितंबर, 1995 में जयललिता ने अपने गोद लिए हुए बेटे सुधाकरन की शादी की थी। उस समय इस शादी का खर्च 75 करोड़ रुपए आया था। इस शादी के लिए चेन्नई में 20 हेक्टेयर (50 एकड़) जगह का इस्तेमाल किया गया था। 1,50,000 लोग इस शादी में शामिल हुए थे। शादी के मंदिर से 5 किलोमीटर की दूरी तक सड़क पर गुलाब के फूल बिछाए गए थे। इतना ही नहीं, इस शादी में खाने-पीने के इंतजाम पर ही 2 करोड़ रुपए का खर्चा आया था। इस वजह से ये शादी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है।