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राजधानी की यातायात पुलिस वसूली के गोरखधंधे में अव्वल

traffic22लखनऊ। यातायात विभाग भले ही अपने दामन में एक भी दाग न होने के का दावा करता रहे लेकिन विभाग के चंद पुलिसकर्मियों ने पूरे विभाग के सम्मान को तार-तार कर दिया। पहले से अवैध वसूली के मामले में यातायात विभाग में विवादित रहे टीएसआई हरेन्द्र पासवान ने एक बार फिर से अवैध वसूली का गोरखधंधा शुरु कर दिया।  सूत्रों के अनुसार कैसरबाग स्थित अशोक लाट चैराहे के बाद इंजीनयरिंग कॉलेज चैराहे पर तैनात टीएसआई हरेन्द्र पासवान ने शनिवार को हाईवे पर निकलने वाले प्रत्येक ट्रक से जबरन कागज के नाम पर जमकर वसूली की। यह तो महज बानगी मात्र है पासवान के हौसले इतने बुलंद है कि उन्हें विभाग के किसी अधिकारी का कोई खौफ नहीं। चेंकिंग के नाम पर टीएसआई की जानकारी में होने के बावजूद साथी पुलिसकर्मी ट्रकों पर चढ़कर कागज चैक करता पाया गया। दरअसल हरेन्द्र पासवान द्वारा वसूली करने का मामला तब सामने आया जब ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी हाईवे पर ट्रक में चढ़कर वसूली कर नीचे उतरता नजर आया । फोटो वायरल होने पर विभाग के आला अधिकारियों ने अपने हाथ खड़े कर दिए। क्षेत्र के आस-पास लगाए दुकानदारों ने आरोप लगाते हुए बताया कि इंजीनियरिंग कॉलेज पर यह खेल रोज का है। टीएसआई के साथ इस कार्य में हमराह तो शामिल है ही साथ ही एक और यातायात पुलिसकर्मी भी शामिल है। टीएसआई हरेन्द्र पासवान के संरंक्षण में रोजाना वसूली का खेल होता है। जिसमें हमराही राकेश यादव एवं एक अन्य पुलिसकर्मी ट्रकों को रुकवाते हैं उनसे कागज देने की बात करते हैं अगर चालक के पास गाड़ीे के सारे कागज मौजूद होते हैं तो उसको वर्दी का रौब दिखाकर कुछ न कुछ देने को कहते हैं जिसको लेकर कई बार हमराही और टीएसआई की ट्रक ड्राइवरों से झड़प भी हो जाती है। जिसके बाद मजबूरन ट्रक चालकों को कुछ न कुछ राशि देकर पीछा छुड़ाना पड़ता है।

पहले भी विवादों के घेरे में रहा पासवान –
टीएसआई हरेन्द्र विभाग के आला अधिकारियों के चहेतों में शामिल है जिस कारण लगातार विवादों में रहने के बाद भी इन्हें मलाईदार चैराहे दिए जाते हैं। सूत्रों की मानें तो तेलीबाग चैराहे पर बाहर से आये ट्रकों से ग्यारह हजार रुपये की वसूली के मामले में भी पासवान का नाम सामने आया था। जब चैराहे पर चेकिंग के दौरान हमराही ने ट्रकों को रोका जिनसे कागज मांगने पर उक्त ड्राइवरों ने कागज दिखाए। कागज पूरे होने के बावजूद टीएसआई ने ट्रकों को सीज कर दिया और ग्यारह हजार रुपये की मांग की। अवैध वसूली से परेशान ट्रक ड्राइवरों ने एसपी ट्रैफिक कार्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया। जिसके बाद मामले की जांच की गई। जांच में हरेन्द्र पासवान दोषी पाए गए और कार्रवाई के लिए फाइल आगे बढ़ गई। हैरानी की बात यह है कि कार्रवाई की फाइल कुछ इस कदर आगे बढ़ी की पूरा मामला ही ठंडा पढ़ गया।
सूत्रों के अनुसार पासवान केवल वसूली में ही नहीं आम राहगीरों से अभद्रता करने में भी अव्वल रहे हैं। इनके रवैये के कारण तेलीबाग से लेकर इंजीनरिंग कॉलेज के आस-पास के दुकनदार भी काफी आक्रोशत दिखे।  पासवान के द्वारा की जा रही लगातार वसूली और अभद्रता के बावजूद विभाग की ओर से कोई सख्त रुख रवय्या नहीं अपनाया गया। बल्कि पासवान को एक से बढ़क र एक मलाईदार चैराहों पर पोस्टिंग दी जाती रही।  अब सवाल यह है कि चंद पुलिसकर्मियों के कारण पूरे विभाग को शर्मसार होना पड़ रहा है। वहीं दिनभर मौसम के सख्त रुख में भी शहर के यातायात को सुचारु रुप से चलाने वाले अन्य पुलिसकर्मियों की छवि पर क्या रुख पड़ रहा है।

वर्जन –
फोटो के वायरल होने का मामला सामने आया है। मामले की जांच की जा रही है। जब तक मामले की जांच नहीं हो जाती तब तक के लिए टीएसआई को यातायात लाइन संबद्ध किया गया है और जांच की पुष्टि होने तक सम्मन और चालान के सभी अधिकार सीज किए गए हैं।
हबीबुल हसन
एसपी ट्रैफिक