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यूपी चुनाव : बीजेपी की नैया पार लगाएगी ‘टीम बिहार’!

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने एसपी-कांग्रेस गठबंधन से निपटने के लिए कमर कसनी शुरू कर दी है। राहुल-अखिलेश की रणनीति बनाने का जिम्मा नीतीश को जिताने वाले प्रशांत किशोर के पास है तो बीजेपी ने भी बिहार के नेता यूपी में उतार दिए हैं। संघ बैकग्राउंड के बिहार के नेता यूपी में अलग-अलग क्षेत्रों में मोर्चे पर तैनात किए गए हैं।

बिहार के संगठन महामंत्री नागेंद्र इस समय गोरखपुर क्षेत्र में कार्यकर्ताओं का ‘असंतोष’ दूर करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें काशी में भी काम करने को कहा गया था। सूत्रों की मानें तो स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने गोरखपुर क्षेत्र तक ही केंद्रित रहने का अनुरोध किया जिसे पार्टी ने मान लिया।

बिहार के ‘सबक’ आएंगे काम

चुनाव प्रबंधन और रणनीति के लिए पूरे देश को नेता व कार्यकर्ता देने वाले यूपी में ‘पड़ोस’ से रणनीतिकार लाने पर सवाल भी खड़े होने लगे हैं। जिन पर बिहार जिताने की जिम्मेदारी थी अब उन्हें यूपी का खेवनहार बनाया गया है। मसलन 2015 में जब बिहार में बीजेपी बुरी तरह से हारी थी तो भूपेंद्र यादव वहां के प्रभारी थे। मंगल पांडेय उस समय प्रदेश अध्यक्ष थे। नागेंद्र अब भी उसी टीम के संगठन महामंत्री हैं। पार्टी के एक नेता का कहना है कि यूपी का चुनाव बीजेपी के लिए करो या मरो का सवाल है। हो सकता है पार्टी ने बिहार के नेताओं को इसलिए यूपी में लगाया हो कि वहां के ‘हार के सबक’ यूपी में जीत में बदलने के काम आएं। उन गलतियों को दोहराने से पार्टी शायद बच सके।

ये ‘पड़ोस’ से आए

नागेंद्र, संगठन महामंत्री, बिहार : नागेंद्र यूपी में 2004 से लेकर 2011 तक संगठन महामंत्री की जिम्मेदारी निभा चुके हैं। दिसंबर, 2010 में बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में उनके खिलाफ पर्चे बांटे गए थे। इसके बाद उनकी जिम्मेदारी यहां से बदल दी गई थी। 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्हें भाजयुमो का प्रभारी बनाया गया था जिससे युवा कार्यकर्ताओं का चुनावी मार्गदर्शन कर सकें।

नंद किशोर यादव : बिहार के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हैं। संघ बैकग्राउंड से हैं। लखनऊ में इस समय प्रदेश कार्यालय पर चुनाव प्रबंधन, अनुशासन एवं मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है।

मंगल पांडेय : बिहार के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हैं। बीजेपी ने उनका नाम तीसरे व चौथे चरण के स्टार प्रचारकों में भी शामिल किया है। गुरुवार को उन्होंने लखनऊ के मोहनलालगंज में चुनावी सभा भी की है। यहां के कार्यकर्ताओं से संवाद की जिम्मेदारी है।

संजय मयूर : बिहार में एमएलसी हैं। पिछले 9 साल से बिहार में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। 2002 चुनाव में गोरखपुर, 2007 में आगरा और 2012 में काशी क्षेत्र में चुनाव में लगाया गया था। इस बार यूपी में मीडिया प्रबंधन की जिम्मेदारी है।

भूपेंद्र यादव : बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान से राज्यसभा सांसद है। पार्टी के लोक संकल्प पत्र के विषयों को जनमानस पहुंचाने एवं मीडिया संवाद के समन्वय की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।

अरविंद मेनन : मध्य प्रदेश में बीजेपी के संगठन महामंत्री रहे हैं। पिछले साल अप्रैल में उन्हें दिल्ली बुला लिया गया था। शिवराज सिंह चौहान के खास माने जाते हैं। यूपी में इन्हें संगठन महामंत्री बनाए जाने की चर्चा भी खूब हुई थी।