लखनऊ। राजधानी लखनऊ पहुंचे कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने प्रियंका गांधी को उम्मीदों भरा चेहरा बताया है। यूपी में प्रियंका को लॉन्च करने की बात पर वह बोले, मैं तो पहले से ही चाहता हूं कि प्रियंका गांधी को सियासत में उतारना चाहिए। उनका करिश्माई नेतृत्व कांग्रेस के लिए फायदेमंद होगा।
पिछले काफी समय से प्रियंका को यूपी में लॉन्च करने की अटकलें चल रही हैं। कुछ नेता उन्हें इसलिए जरूरी मान रहे हैं क्योंकि उनके मुताबिक केवल वही हैं, जो इस समय प्रदेश में कांग्रेस को उभार सकती हैं। जबकि एक बड़ा वर्ग ऐसा भी है जो प्रियंका को राष्ट्रीय कमान देने की वकालत कर रहा है।
ऐसे में जबकि प्रियंका को राजनीति में लाने की वकालत दिग्विजय कर रहे हों, तो अटकलों को और बल मिलता है। दिग्विजय सिंह उस बैठक का भी हिस्सा रहे थे, जिसमें पहली बार यूपी के कद्दावर नेताओं को प्रशांत किशोर से मिलाने के लिए दिल्ली में बुलाया गया था।
आश्चर्य है, मुजफ्फरनगर दंगे का दोषी कोई नहीं दिग्विजय ने मुजफ्फरनगर दंगे की रिपोर्ट पर भी सवाल खड़े किए। वह बोले, रिपोर्ट आश्चर्यचकित करती है कि इतने बड़े दंगे का कोई भी दोषी नहीं है। केवल एक पुलिसवाले को इसका जिम्मेदार ठहराया जाना कतई उचित नहीं है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव बोले, पीएम नरेंद्र मोदी आरएसएस के प्रचारक रहे हैं। ऐसे में उनका उद्देश्य है कि हिंदू और मुस्लिमों को लड़ाया जाए। जेएनयू मामले में भी जिन्होंने देश विरोधी नारे लगाए उनकी गिरफ्तारी नहीं हो रही और जिसे गिरफ्तार किया वह निर्दोष है।
भागने दिया माल्या को दिग्विजय ने कहा कि सरकार निर्दोषों को गुनहगार साबित करने में लगी रही और माल्या को भागने दिया। एएमयू विवाद पर भी उन्होंने कहा कि उसका स्टेटस माईनॉरिटी है। गुलाम नबी के आजाद के आरएसएस पर बयान को भी उन्होंने सही ठहराया है।