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मुस्लिम नेता बोले, भारत माता की जय का नारा लगाना गलत नहीं

muslim19मुंबई। मुस्लिम समुदाय के एक वर्ग ने कहा है कि ‘भारत माता की जय’ के नारे में लगाने में कोई बुराई नहीं है। उन्होंने कहा कि यह नारा राष्ट्र के प्रति अपने समर्पण को व्यक्त करता है, जिसकी इस्लाम में कोई मनाही नहीं है। इस्लाम अपनी मातृभूमि के प्रति प्यार जताने से किसी को भी नहीं रोकता। समुदाय के नेताओं ने कहा कि इस मुद्दे के बीच बीजेपी और एमआईएम के नेताओं के बीच समझा-बूझा गेम प्लान चल रहा है।

मुस्लिम समुदाय के नेता गुलाम पेशिमन ने कहा, ‘भारत माता की जय को लेकर आरएसएस चीफ मोहन भागवत के बयान पर प्रतिक्रिया देने की असद्दुदीन ओवैसी को कोई जरूरत नहीं थी। इसके बाद एमआईएम विधायक वारिस पठान ने विधानसभा में भारत माता की जय के नारे से लगाने इनकार कर गलत किया। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था।’ कई लोगों ने कहा कि इस मुद्दे पर बीजेपी और एमआईएम एक दूसरे को फायदा पहुंचाने की राजनीति करने में जुटे हैं। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के मुंबई चीफ परवेज लकड़ावाला ने कहा, ‘बीजेपी को राज्यों में एक ऐसी मुस्लिम पार्टी की आवश्यकता है, जो मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण कर सके।’

परवेज ने कहा, ‘भारत हमारी मातृभूमि है और जन्मभूमि की प्रशंसा करने में कुछ भी गलत नहीं है। भले ही संविधान में ऐसी कोई बाध्यता हो या नहीं।’ ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल (महाराष्ट्र) के महासचिव एमए खालिद ने कहा कि वह ऐसे लोगों को याद कराना चाहते हैं, जो मुस्लिमों की देशभक्ति पर शक करते हैं उन्हें अल्लामा इकबाल की ‘नया शिवाला’ रचना पढ़नी चाहिए।

हिंदुओं को संबोधित करते हुए अल्लामा इकबाल ने कहा था, ‘पत्थर की मूर्तों में समझा है तू खुदा है खाके वतन का मुझको हर जर्रा देवता है।’ परवेज ने कहा कि इन पंक्तियों के लिए क्या असद्दुदीन ओवैसी और वारिस पठान उन्हें काफिर कह सकते हैं।