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भारत-अमेरिका के रक्षा संबंधों से बैचैन पाक ने चीन से समझौते को दी मंजूरी

pakistan-chinaइस्लामाबाद। भारत-अमेरिका के बीच बढ़ते रक्षा संबंधों से बेचैन पाकिस्तान की कैबिनेट ने चीन के साथ दीर्घकालिक रक्षा समझौते और सुरक्षा सहयोग पर वार्ता को मंजूरी दे दी है। पाकिस्तानी अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की रिपोर्ट के मुताबिक 15 जुलाई को लाहौर में गवर्नर हाउस में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की अध्यक्षता में पाकिस्तान के मंत्रिमंडल ने चीन के साथ दीर्घकालिक रक्षा समझौते पर वार्ता करने को मंजूरी दी।

मंत्रिमंडल ने विविध क्षेत्रों में रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग बढ़ाने से संबंधित दीर्घकालिक रणनीतिक प्रारूप समझौते पर पाकिस्तान और चीन के बीच करार पर वार्ता शुरू करने के लिए मंजूरी दी। खबर के अनुसार मंत्रिमंडल ने मंजूरी देने से पहले प्रस्तावित समझौते पर विस्तार से चर्चा की।
चीन के साथ पाकिस्तान की ओर से डिफेंस अग्रीमेंट पर आगे बढ़ने की यह खबर अमेरिका और भारत के बीच लॉजिस्टिक्स अग्रीमेंट के बाद आई है। भारत-अमेरिका के बीच हुए करार में एक-दूसरे के नेवी और एयर बेस को रिपेयर और री-सप्लाइ के लिए इस्तेमाल करने को लेकर करार हुआ था। इस समझौते पर त्वरित टिप्पणी करते हुए पाकिस्तान ने इसे दो संप्रभु देशों के बीच करार बताया था।

कैबिनेट मीटिंग में प्रस्तावित करार के प्रारूप के मुताबिक हथियारों एवं तकनीक के हस्तांतरण समेत डिफेंस ऐंड सिक्यॉरिटी के मसले पर चर्चा हुई। इसके अलावा संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता, एक-दूसरे के आतंरिक मामलों में दखल न देने, समानता, आपसी लाभ के लिए सहयोग और शांतिपूर्ण सहअस्तित्व पर चर्चा हुई।

बीते साल अप्रैल में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के पाकिस्तान दौरे के वक्त दोनों देशों के बीच बदलती अंतरराष्ट्रीय एवं राजनीतिक परिस्थितियों के मद्देनजर रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने को लेकर सहमति बनी थी। दोनों देशों के बीच अपने संबंधों को उच्चतम स्तर पर ले जाने को लेकर तालमेल बढ़ाने पर सहमति बनी थी।