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बेटों की गिरफ्तारी के चलते दबाव में था गायत्री प्रजापति, मनोवैज्ञानिक दवाब के चलते गायत्री प्रजापति को सरेंडर करना पड़ा

लखनऊ। यूपी की अखिलेश सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति को गैंगरेप केस में गिरफ्तार कर लिया गया है. यूपी के डीजीपी जावीद अहमद के मुताबिक गायत्री प्रजापति की गिरफ़्तारी लखनऊ के हजरतगंज से हुई है.

बता दें सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 18 फरवरी को उनके खिलाफ लखनऊ के गौतम पल्ली थाने में बलात्कार का केस दर्ज हुआ था. जिसके बाद पिछले कई दिनों से प्रजापति की तलाश में यूपी पुलिस छापेमारी कर रही थी.

बताया जा रहा है कि डीजीपी के दवाब के चलते यूपी पुलिस अमेठी जाकर गायत्री के लड़के को लखनऊ लाकर गौतम पल्ली थाने में बिठा रखा था. ये लखनऊ का वो VIP थाना है जो कि 5 कालिदास मार्ग स्थित यूपी के मुख्यमंत्री आवास के पास है.

बताया जा रहा जिसके बाद मनोवैज्ञानिक दवाब के चलते गायत्री प्रजापति को सरेंडर करना पड़ा. गिरफ्तारी से पहले गायत्री प्रजापति के दिल्ली और नोएडा, बंगाल व लखनऊ में छिपे होने की बात सामने आ रही है.

गायत्री प्रजापति को गिरफ्तारी के बाद मेडिकल के लिए अस्पताल ले जाया गया. लखनऊ के देशबंधु अस्पताल में मेडिकल जांच होने के बाद प्रजापति को अदालत में पेश किया गया. कोर्ट ने गायत्री प्रजापति को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

अखिलेश सरकार में गायत्री प्रजापति परिवहन मंत्री थे. पिछले साल इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खनन आवंटन की सीबीआई जांच का आदेश दिया था. इसके चंद महीनों बाद ही अखिलेश ने गायत्री को खनन मंत्री के पद से बर्खास्त कर दिया था. हालांकि बाद में गायत्री प्रजापति को अखिलेश ने फिर से मंत्री बना दिया. इसके पीछे मुलायम सिंह यादव के दबाव को वजह माना जा रहा था.