Breaking News

बुआ-भतीजे के बीच बढ़ी नजदीकियां, सपा बसपा मिलकर रोकेगे 2019 मे मोदी की महायात्रा

नई दिल्ली/लखनऊ। उत्तर प्रदेश मे बीजेपी के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए पिछले कुछ हफ्तों से सपा और बसपा के ‘विशेष दूतों’ के बीच में जबरदस्त तालमेल बना है. सूत्रों के मुताबिक मायावती की तरफ से सतीश चंद्र मिश्रा और समाजवादी पार्टी की तरफ से रामगोपाल यादव दोनो अखिलेश और मायावती को एक मंच पर लाने की कोशिश कर रहे है.

जिसमे बहुत हद तक कामयाब हो गये है. जाहिर है कि 23 महीने बाद 2019 मे सपा और बसपा मिलकर मोदी का दुबारा दिल्ली जाने का रास्ता यूपी से रोकने की कोशिश करेगें.

इंडिया संवाद को जहां अखिलेश के एक करीबी मित्र ने लखनऊ से फोन पर बताया कि सपा और बसपा हाथ मिला सकते है. वही आज आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने भी पटना में कह ही दिया कि 2019 मे अखिलेश और मायावती एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेगे लालू का कहना था सपा और बसपा का गठबंधन निश्चित रूप से दुबारा प्रधानमंत्री बनने से रोक देगा.

सूत्रों का ये भी कहना है कि मायावती ने भी पार्टी की एक अहम मीटिंग मे यह संकेत दिये है कि वो 2019 में अखिलेश यादव के साथ सीटो के गठबंधन करके चुनाव लड़ सकती है मायावती को जिस तरह से 2014 के लोकसभा और 2017 के यूपी विधानसभा में भारी हार का समना करना पड़ा है उससे सबक लेकर वे सपा से गठबंधन के लिए अंदर से तैयार है.

इस गठबंधन मे सिर्फ एक रूकावट मुलायम सिंह यादव हो सकते है जिन्हें न सिर्फ मायावती से दिक्कत है बल्कि कही न कही मोदी के भी हित चिंतक है.

RJD स्थापना दिवस कार्यक्रम में लालू ने कहा कि अगर मायवती और अखिलेश एक जाएं तो बीजेपी का गेम ओवर हो जाएगा. उन्होंने उम्मीद जताई की 2019 से पहले ऐसी स्थिति बन जाएगी. लालू ने कहा कि मेरे परिवार समेत रॉबर्ट वाड्रा, प्रियंका गांधी, अरविंद केजरीवाल से लेकर ममता बनर्जी तक को तोड़ने की साजिश की जा रही है.