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बीजेपी के पास जरूरी नंबर, सरकार की स्थिरता सबसे अहम: मणिपुर गवर्नर नजमा हेपतुल्ला

नई दिल्ली। मणिपुर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने बीजेपी को सरकार बनाने के लिए न्योता देने के अपने फैसले का बचाव किया है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि बीजेपी के पास विधायकों की जरूरी संख्या है। हेपतुल्ला ने कहा, ‘मुझे पता है कि कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है लेकिन यही पर्याप्त नहीं है। यह गवर्नर की संवैधानिक जिम्मेदारी है कि वह स्थायीत्व का आंकलन करें।’ उन्होंने आगे कहा, ’60 सदस्यों वाले सदन में बीजेपी के पास 30 से ज्यादा सदस्यों का समर्थन है। एक स्थिर सरकार निश्चित तौर पर मणिपुर के लिए फायदेमंद है।’

जब उनसे कांग्रेस की तरफ से उठाई जा रही आपत्तियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक राज्य में किसके पास बहुमत है और कौन राज्य की स्थिरता के लिए काम करेगा, इसको देखना गवर्नर की जिम्मेदारी है।’ उन्होंने यह भी संकेत दिया कि बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार को जल्द से जल्द सदन में बहुमत साबित करने के लिए कहा जाएगा। हालांकि, कांग्रेस ने बीजेपी को सरकार बनाने के लिए न्योता देने के गवर्नर के फैसले पर कड़ा ऐतराज जताया है।

कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘कांग्रेस ने नैशनल पीपल्स पार्टी (NPP) के अध्यक्ष के पत्र के साथ लिखा था कि हमारे पास सरकार बनाने के लिए जरूरी संख्या है।’ केंद्र पर हमला करते हुए सिंघवी ने कहा, ‘बीजेपी राज्यपालों के जरिए सरकार बनाने में विशेषज्ञ बनती जा रही है। सरकार जनता द्वारा बनाई जाती है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘सरकारिया आयोग के हिसाब से काम होना चाहिए। सबसे बड़ी पार्टी को न्योता दिया जाना चाहिए।’

कांग्रेस के आरोपों के जवाब में हेपतुल्ला ने कहा, ‘अपने 37 सालों के संसदीय जीवन में, और तब भी जब मैं कांग्रेस में थी और गैर-कांग्रेस सरकारों के साथ काम कर रही थी, मुझ पर कभी भी इस तरह के आरोप नहीं लगे। मैं स्पष्टवादी व्यक्ति हूं और नियमों के हिसाब से ही काम करूंगी।’ उन्होंने यह भी कहा कि उनका फर्ज है कि वह एक ऐसी सरकार चुनें जो सूबे के विकास में मददगार हो।

हेपतुल्ला ने कहा, ‘मणिपुर को ढेर सारे विकास की जरूरत है…बहुत कुछ किया जा सकता है। मुझे उम्मीद है कि कल (बुधवार को) चुनी जा रही सरकार काम करना जारी रखेगी।’ नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह बुधवार दोपहर एक बजे राजभवन में आयोजित होगा।

इससे पहले, मंगलवार को नगा पीपल्स फ्रंट (NPF) के 4 विधायकों ने भी राज्यपाल से मुलाकात कर बीजेपी को अपने समर्थन का ऐलान किया। NPF बीजेपी की अगुवाई वाले NDA का हिस्सा है। उसके अलावा नैशनल पीपल्स पार्टी (NPP) के विधायकों ने भी बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया है। NPP के भी 4 विधायक हैं। NPF और NPP के अलावा एलजेपी, टीएमसी और काग्रेस के 1-1 विधायकों ने भी बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया है। बीजेपी ने कुल 32 विधायकों के समर्थन का दावा किया है।

बीजेपी विधायकों ने एन. बिरेन सिंह को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना है। 60 सदस्यों वाली मणिपुर विधानसभा में कांग्रेस 28 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है। बीजेपी के खाते में 21 सीटें आई हैं।