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बिहारः BJP स्टेट वाइस प्रेसिडेंट को मारी गोली, 12 घंटे में 2 नेताओं का मर्डर

visheshwar-ojhaपटना। बीजेपी के स्टेट वाइस प्रेसिडेंट विशेश्वर ओझा की शुक्रवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। ओझा पर कुछ लोगों ने भोजपुर जिले के सोनवर्षा इलाके में हमला किया। उन्होंने शाहपुर से 2015 का विधानसभा चुनाव भी लड़ा था। इससे पहले गुरुवार को छपरा में भी एक बीजेपी लीडर को गोली मारी गई थी।
ओझा ने कहा था- हो सकती है मेरी हत्या
– ओझा ने 9 अगस्त 2015 को कहा था, ”राजनीति में मेरे दुश्मन मेरी हत्या की साजिश रच रहे हैं।”
– ”ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड की जांच के सिलसिले में मोबाइल सर्विलांस के जरिए पता चला कि एक दबंग राजनेता ने मेरी हत्या के लिए 5 लाख रुपए की सुपारी दी थी।”
– उस वक्त भोजपुर पुलिस सुपरिटेंडेंट के आदेश पर शाहपुर थाना में केस दर्ज किया गया था।
हफ्तेभर में एनडीए के तीन नेताओं की हत्या
– 11 फरवरी को छपरा में बीजेपी के लोकल नेता केदार सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
– 6 फरवरी को एलजेपी लीडर बृजनाथी सिंह की अपराधियों ने गोली मार दी थी।
ओझा पर दर्ज थे 16 केस
– ओझा पर 16 केस दर्ज थे। यह जानकारी उन्होंने पिछले चुनाव के दौरान नॉमिनेशन के वक्त दी थी। जबकि एडीआर के मुताबिक, ओझा पर 42 क्रिमिनल केस थे।
– 10 मामले अटेंप्ट टू मर्डर, तीन चोरी के केस और दो मर्डर के केस थे।
– सात मामले दंगा भड़काने के भी थे।
बीजेपी ने कहा- नीतीश नाटक बंद करें
– बीजेपी स्टेट प्रेसिडेंट मंगल पांडेय ने कहा कि नीतीश अपना नाटक बंद करें।
– ‘वीडियो क्रॉन्फेंसिंग कर लॉ एंड ऑर्डर का रिव्यू करते हैं और पूरे राज्य में क्राइम बढ़ रहा है।’
– ‘बीजेपी सरकार को 72 घंटे का वक्त देती है। अगर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो हम सड़क पर उतरेंगे।’
लोजपा नेता चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में हालात काफी खराब हो गए हैं। ओझा भाजपा के सीनियर लीडर थे। लगातार नेताओं की हत्या हो रही है। यह हाल लालू के शासन में भी था।
बिजनेसमैन से नेता बने थे ओझा
– ओझा ने दियर इलाके के आतंक के रूप में पहचाने जाने वाले शिवाजीत मिश्र से पहले दोस्ती की।
– दोनों ने मिलकर जमीन पर कब्जा जमाना शुरू कर दिया। बाद में इन दोनों के बीच दुश्मनी हो गई।
– देखते ही देखते ओझा एक कारोबारी से मोस्ट वॉन्टेड अपराधी की लिस्ट में शुमार होने लगे।
– दियर इलाके में शिवाजीत मिश्रा के साथ हिंसा और जवाबी हिंसा के खूनी खेल में विशेश्वर का नाम उछलता रहा।
– शिवाजीत मिश्रा का सपोर्ट बिहार के दिग्गज नेता रहे पूर्व राज्यसभा सांसद शिवानंद तिवारी कर रहे थे।