नई दिल्ली। रेड कोर्स रोड की बात होते ही प्रधानमंत्री के सरकारी आवास 7 आरसीआर की याद आती है, लेकिन नई दिल्ली से बीजेपी की सांसद की मेहनत रंग लाई तो वो दिन दूर नहीं जब प्रधानमंत्री के आवास का पता बदल जाएगा. सड़कों के नाम बदलने की राजनीति में बीजेपी ने अब रेस कोर्स रोड का नाम बदलकर ‘एकात्म मार्ग’ करने की मुहिम शुरू की है. बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने एनडीएमसी को भेजे प्रस्ताव में ये मांग की है.
रेस कोर्स रोड पर ही प्रधानमंत्री आवास ‘7 रेस कोर्स’ मौजूद है.
हालाँकि नाम बदलने पर फैसला एनडीएमसी की बैठक में लिया जाएगा, जिसमें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी मौजूद होंगे.
मीनाक्षी लेखी ने नाम बदलने पर तर्क दिया है कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जन्मशताब्दी इस साल पूरे भारत में मनायी जा रही है. ऐसे में उनके ‘एकात्म’ दर्शन को लोगों में प्रचारित करने के लिए ये जरूरी है कि रोड का नाम बदल दिया जाए.
बीजेपी सांसद का यह भी तर्क है कि रेड कोर्स रोड पर प्रधानमंत्री का सरकारी निवास है जोकि भारतीय संस्कृति से मेल नही खाता है.
पिछले साल ही औरंगजेब रोड का नाम बदलकर मिसाइल मैन के नाम से पुकारे जाने वाले पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखा गया था. साल 2015 में ही एपीजे अब्दुल कलाम का निधन हुआ.
हालांकि, दिल्ली में रोड के नाम बदले का इतिहास काफी पुराना है. इससे पहले जिन अहम रास्तों के नाम बदले गए उनमें कनॉट सर्कस का नाम इंदिरा चौक किया गया. इसी तरह कनॉट प्लेस का नाम बदलकर राजीव चौक रखा गया. कैनिंग रोड को माधव राव सिंधिया मार्ग में बदला गया और पिछले ही साल औरगंजेब रोड डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम रोड हुआ.