Breaking News

फ्लोरिडा में हार के बाद मार्को रुबियो ने खत्म की दावेदारी

Marco-Rubioमियामी। अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने की दौड़ में शामिल मार्को रुबियो ने अपने गृह राज्य फ्लोरिडा में प्रतिद्वंद्वी डॉनल्ड ट्रंप के हाथों मिली शर्मनाक हार के बाद अपनी दावेदारी समाप्त कर दी। फ्लोरिडा को अपना दूसरा घर बताने वाले ट्रंप को 45.5 प्रतिशत मतों के साथ बड़ी जीत मिली, जबकि रुबियो मात्र 27.1 प्रतिशत मत पाकर दूसरे स्थान पर रहे।

मिनेसोटा, पोर्टोरिको और वॉशिंगटन डीसी में प्राइमरी जीतने वाले फ्लोरिडा के सेनेटर रुबियो के पास 163 डेलीगेट्स का समर्थन था, लेकिन ट्रंप को 4,00,000 से भी अधिक अंतर से मिली जीत ने राष्ट्रपति बनने की रुबियो की महत्वाकांक्षाओं को धराशायी कर दिया। 44 वर्षीय रुबियो को सर्वाधिक संख्या में पार्टी नेताओं, गवर्नरों, सेनेटरों और कांग्रेस के सदस्यों का समर्थन प्राप्त था।

उनके समर्थकों में भारतीय अमेरिकी नेता- लुइसियाना के पूर्व गवर्नर बॉबी जिंदल और साउथ कैरलाइना की गवर्नर निकी हेली भी शामिल थे। मियामी में अपने भाषण में रुबियो ने स्वीकार किया कि देश राजनीतिक तूफान-सुनामी के बीच है। उन्होंने कहा, ‘हमारे देश, हमारी पार्टी के लिए यह आगे का सही मार्ग है, लेकिन आज के बाद यह स्पष्ट है कि इस साल हम सही की तरफ हैं लेकिन जीतने वाले की ओर नहीं हैं।’

उन्होंने कहा, ‘हालांकि हो सकता है कि हमारे भविष्य के बारे में यह एक आशावान संदेश का वर्ष न हो, लेकिन मैं अमेरिका को लेकर अब भी आशावान हूं।’ रुबियो ने कहा कि ‘ईश्वर की यह इच्छा नहीं है कि मैं 2016 में राष्ट्रपति बनूं।’ लेकिन उन्होंने अपने देशवासियों से आशा का दामन नहीं छोड़ने की अपील की।