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फ्रांस्‍वा ओलांद से राफेल डील पर नहीं बन पा रही बात

oland2नई दिल्ली। फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्‍वा ओलांद ने सोमवार को कहा कि उनके तीन दिवसीय भारत दौरे का उद्देश्य दोनों देशों के बीच आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को और मजबूत करना है। सोमवार को फ्रांस्‍वा ओलांद का दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में औपचारिक तौर पर स्वागत किया गया। यहां फ्रांस्‍वा ओलांद ने कहा कि दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस के खिलाफ लड़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। वहीं राफेल डील पर भारत और फ्रांस के बीच बात बन नहीं पा रही है। ओलांद ने भारत के लिए रवाना होने से पहले कहा था कि इस डील को लेकर दोनों देश सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

ओलांद ने कहा कि आईएसआईएस से लड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। जैसा कि हमने हाल ही में आपातकाल के दौरान किया था। हम हर संभव कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि फ्रांस आईएसआईएस से डरने वाला नहीं है। हम उसका खात्मा करने के पूरी कोशिश करेंगे। आपको बता दें कि पिछले साल आईएस ने पेरिस में सिलसिलेवार हमले किए थे, जिसमें कई मासूम लोगों की जान चली गई थी। उसके बाद फ्रांस ने आईएस पर हमले और तेज कर दिए थे और देश में आपातकाल लागू कर दिया था। ओलांद ने कहा कि भारत और फ्रांस हर तरह के खतरे का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ हमारी ताकत लड़ेगी।

राष्ट्रपति भवन में सुबह करीब 10 बजे ओलांद का औपचारिक और भव्य स्वागत किया गया। भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उनका स्वागत किया और इसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस स्वागत से ओलांद काफी अभिभूत हुए। ओलांद ने कहा कि वो गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बनकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं।

यहां राफेल डील को आगे की दिशा मिलने की संभावना जताई जा रही थी लेकिन सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि फिलहाल इसपर बात नहीं बन पा रही है। ओलांद ने भारत के लिए रवाना होने से पहले कहा था कि इस डील को लेकर दोनों देश सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

ओलांद की इस यात्रा में 36 राफेल फाइटर जेट डील पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं। दोनों मुल्कों के बीच यह करीब 60,000 करोड़ रुपये की डील है। फ्रांस के राष्ट्रपति के साथ करीब 100 सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल भी आया है। इसमें डेसाल्ट एविएशन और डीसीएनएस के अधिकारी भी शामिल हैं। राफेल फाइटर जेट डेसाल्ट का ही ब्रांड है। माना जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान राफेल डील के संबंध में दोनों देशों के बीच अंतरशासकीय अनुबंध पर दस्तखत भी हो सकते हैं।

फ्रांस को 36 राफेल लड़ाकू विमान भारत को देने हैं। इसके लिए लगातार बातचीत जारी है। यह सौदा रक्षा मंत्रालय के लिए सेना के आधुनिकीकरण के लिए बेहद जरूरी है। यह डील सिर्फ पैसे पर अटकी है। फ्रांसीसी कंपनी की कीमत भारत को मंजूर नहीं है। राफेल विमान दसॉल्ट एविएशन बना रही है और भारत को उसे टेक्नोलॉजी भी देनी है। अब दोनों देशों की सरकारें आपस में बात कर रही हैं और डील पक्की मानी जा रही।

ओलांद तीन दिन की भारत यात्रा पर रविवार को चंडीगढ़ पहुंचे थे, जहां भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गले लगाकर उनका स्वागत किया था और उन्हें रॉक गार्डन की सैर कराई थी। सोमवार को ओलांद दिल्ली में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।

क्‍या है गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम

ओलांद इस बार भारत के गणतंत्र दिवस के मुख्‍य अतिथि हैं। कल सुबह 9.30 बजे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति भवन में उनका स्वागत करेंगे। इसके बाद सुबह 10 बजे ओलांद गणतंत्र दिवस परेड देखने पहुंचेंगे। दोपहर 12.30 बजे फ्रेंच और भारतीय हस्तियों के साथ प्राइवेट लंच होगा। फिर ओलांद राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन में एट-होम में शामिल होंगे और इसके बाद शाम को 5.30 बजे वह पेरिस के लिए उड़ान भरेंगे।