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प्रशांत भूषण और केजरीवाल को SC की खरी-खरी, कहा- मोदी के खिलाफ आपके सबूत जीरो

modi-4नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात के तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी समेत कई राजनेताओं के खिलाफ दायर कथित तौर पर भारी रिश्वत देने की याचिका पर जांच कमेटी बैठाने से इंकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि ‘वकील और समाजसेवी प्रशांत भूषण ने सूबत के तौर पर जो चीजें दिखाई वे ‘जीरो’ हैं और ये विश्वास ना करने योग्य है।’

क्या है मामला?

-गौरतलब है कि प्रशांत भूषण ने कोर्ट के सामने आयकर विभाग द्वारा जब्त कुछ कागजात पेश किए थे।
-वे दस्तावेज आयकर विभाग ने सहारा और बिरला ग्रुप की जगहों पर रेड मारने के बाद जुटाए थे।
-प्रशांत भूषण ने कोर्ट को बताया था कि वे सारे कागजात उन्हें किसी व्हिसलब्लोअर ने सौंपे थे।
-प्रशांत ने सारे कागजात ‘कॉमन कॉज’ नाम के एक एनजीओ को दिए थे।

-उसने ही जनहित याचिका देकर जांच की मांग की थी।
-केस की सुनवाई के दौरान वकील शांति भूषण कॉमन कॉज की तरफ से खड़े हुए थे।
-उन्होंने याचिका की सुनवाई कर रही बेंच के जस्टिस जीएस केहर और जस्टिस अरुण मिश्रा के सामने दोनों समूह के पास से सीज किए गए कागजात रखे थे।

सुनवाई के बाद ये कहा बेंच ने
-लेकिन बेंच ने उनकी दलील मानने से इंकार कर दिया।
-बेंच ने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के मुताबिक सहारा ग्रुप के पास से सीज किए गए कागजात फर्जी हैं।
-हम लोग उनके दम पर जांच के आदेश नहीं दे सकते।’
-लेकिन फिर भूषण ने बात सहारा से बिरला ग्रुप के पास से मिले कागजात की तरफ घुमाई।

-इस पर बेंच ने कहा, ‘हमें मामले की सुनवाई करने में कोई परहेज नहीं है लेकिन हमारे सामने कोई ठोस सबूत भी तो होना चाहिए। बिरला और सहारा के पास -से मिले कागजात कुछ नहीं हैं। ये दोनों जीरो हैं। आपको पक्के सबूत लाने चाहिए।’
-बेंच ने भूषण को 14 दिसंबर तक का वक्त देते हुए कहा, ‘अगर आपको कुछ नहीं मिलता तो अपनी याचिका वापस ले लीजिएगा।’
-गौरतलब है कि कॉमन कॉज मामले में एसआईटी (स्पेशल इंवेस्टिगेशन कमेटी) के गठन की बात कर रहा था।

इस मुद्दे पर केजरीवाल ने भी मचाया था बवाल
-उल्लेखनीय है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी बिरला ग्रुप के पास से मिले कागजात दिखाकर पीएम मोदी पर निशाना साध चुके हैं।
-केजरीवाल ने पीएम मोदी पर सीधा हमला बोलते हुए उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
-केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा के आपात सत्र के दौरान कहा था कि आदित्य बिरला ग्रुप के एक्‍जीक्‍यूटिव प्र‍ेसिडेंट के पास से बराबद 2012 -के मैसेज से पता चला कि उसने गुजरात सीएम को पैसे दिए थे।

-केजरीवाल ने कहा था, ‘आदित्य बिरला ग्रुप पर अक्टूबर 2013 में छापा पड़ा था। इनकम टैक्स विभाग ने सभी कागजात ले लिए थे।
-ग्रुप के एक्‍जीक्‍यूटिव प्र‍ेसिडेंट शुभेंन्दु अमिताभ के लैपटॉप, ब्लैकबेरी को भी लिया गया था।
-उसमें एक एंट्री में लिखा था ‘गुजरात सीएम 25 करोड़। गुजरात के सीएम के आगे 25 करोड़ और ब्रेकिट में 12 दिए और बाकी? लिखा था। गुजरात सीएम कौन थे उस वक्त….नरेंद्र मोदी जी 2012 में।’