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पीएम मोदी ने तोड़ा 26 साल पुराना रिकॉर्ड… हिंदुस्तान की रफ्तार देख दुनिया दंग !

नई दिल्ली। दुनिया भर में पीएम मोदी अपनी पॉलिसी और अपने फैसलों की वजह से मशहूर हैं। पूरी दुनिया में इस वक्त मोदी के चर्चे चल रहे हैं। इस बीच 1991 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि देश के चालू खाता घाटे में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की फंडिंग हो रही है। इसकी सीधा मतलब ये हुआ कि देश की आर्थिक नींव को मजबूत करने का देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना पूरा हो रहा है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि देश में लॉन्ग टर्म इनवेस्टर्स का भरोसा लगातार बढ़ता जा रहा है। आपको बता दें कि अगर निर्यात से ज्यादा जब आयात होता है कि तो इस स्थिति में दोनों के बीच के अंतर को चालू खाता घाटा कहा जाता है। बताया जा रहा है कि इस वक्त तमाम कंपनियां विदेशी मुद्रा बाजारों में बॉरोइंग्स के जरिए घाटे की फंडिंग कर रहे हैं।

बताया जा रहा है कि इस प्रक्रिया में लगातार बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस वक्त एफडीआई में ज्यादा स्थिरता देखी जा रही है। दरअसल FDI में रिकॉर्ड वृद्धि का इस्तेमाल तमाम कंपनियां बॉरोइंग्स को रीडीम करने में कर रहे हैं। इसके अलावा रिजर्व बैंक भी ये काम कर रहा है । इस बीच आरबीआई के आंकड़े कहते हैं कि अप्रैल-जनवरी के बीच इन श्रेणि में शानदार बदलाव देखने को मिला है। इनमें वो 26 अरब डॉलर भी शामिल हैं, जो 2013 में भारत को NRI की ओर से विशेष डॉलर जमा करने से मिले थे। इस वक्त रूपये में जारी गिरावट को रोकन में भी मदद मिली थी। एक आंकड़ा कहता है कि भारत में अप्रैल 2016 से जनवरी 2017 के बीच कुल 53.3 अरब डॉलर का FDI हुआ।

फाइनेंशियल ईयर 2015-16 में ये आंकड़ा 47.2 अरब डॉलर था और उस पूरे फाइनेंशियल ईयर में 55.6 अरब डॉलर रहा था। इस बीच एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब बाजार में उथल-पुथल मची हो तो ऐसे टिकाऊ प्रवाह बाहरी क्षेत्र के खाते के लचीलेपन को बचाए रखते हैं। दरअल एफडीआई टिकाऊ होता है और इसके साथ ही इससे हाई टेक्नीक का लेवल मिलता है। जब पूरी दुनिया के बाजारों में हंगामा मचा है, उस वक्त भारत स्थायी विकास का भरोसा दिलाता है। इसके साथ ही ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की ग्लोबल लिस्ट में भारत की रैंकिंग 2015 में 142 थी। लेकिन अब भआरत 130वें पायदान पर पहुंच गया है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी जैसे कानूनों को लागू करने में जी-तोड़ मेहनत की है।

इससे माना जा रहा है कि आने वाले वक्त में भारत की अर्थव्यवस्था को चार चांद लग सकते हैं। इसके साथ ही आपको बता दें कि इस वक्त पूरी दुनिया की निगाहें भारत पर जाकर टिकी हैं। हर मुल्क बस ये ही सोच रहा है कि आखिर अर्थव्यवस्था के मामले में भारत को किस तरह से मात दी जाए। लेकिन यहां आपको बता दें कि मोदी की कार्यशैली की वजह से भारत लगातार तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ता जा रहा है। आपको ये बात तो पता ही होगी कि ना जाने कितने सालों से सरकार जीएसटी लागू करने के बारे में सोच रही है। लेकिन इस सपने को हकीकत में बदलने का काम मोदी सरकार ही कर रही है। 10 साल से भी ज्यादा मंथन के बाद आखिरकार अब जीएसटी हकीकत में तब्दील होगा ।