Breaking News

पाक ने माना, ‘कारगिल घुसपैठ’ अटल की पीठ में खंजर

nawazनई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आखिरकार करीब 16 सालों बाद यह स्वीकार कर लिया कि कारगिल पर कब्जा करना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की पीठ में खंजर घोंपना था।
फरवरी 1999 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी पाक वज़ीर-ए-आला नवाज़ शरीफ के बुलावे पर लाहौर के दौरे पर गए थे, जहां दोनों हुक्मरानों ने द्विपक्षीय संबन्धों को लेकर लाहौर समझौते पर दस्तखत किए।

मुजफ्फराबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए नवाज शरीफ ने कहा, ‘लाहौर घोषणापत्र जारी किए जाने के दौरान बाजपेयी ने मुझसे कहा था, कि कारगिल पर कब्जा करने की कोशिश के जरिए उनकी पीठ में खंजर घोंपा गया है। बाजपेयी ने बिलकुल ठीक कहा था। मैं भी वही बात कहूंगा कि वह निश्चित तौर पर उन्हें धोखा दिया गया था।’

शरीफ ने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री को उस वक्त धोखा दिया गया जब उनके प्रयासों के चलते दोनों देशों के बीच शांति प्रक्रिया चल रही थी।

उन्होंने भारत और पाकिस्तान के लोगों और उनके रहन-सहन के बीच समानताओं का जिक्र करते हुए कहा, ‘भारत और पाकिस्तान के लोग एक जैसे ही हैं, बस दोनों देशों के बीच सरहद है। हम दोनों ही आलू-गोश्त का लुत्फ उसी अंदाज से उठाते हैं।’