मुंबई। केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले का मुंबई स्थित कई राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं पर भी असर पड़ा रहा है। इनमें शिवसेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना यानी एमएनएस जैसी पार्टियों सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
कुछ ही दिन में बीएमसी के चुनाव होने वाले हैं। इसी के मद्देनजर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने हाल ही में शहर की सभी शाखाओं यानी वार्ड लेवल के पार्टी दफ्तर में जाने का कार्यक्रम बनाया था। इसका उद्देश्य पार्टी पदाधिकारियों से मिलकर उनकी परेशानियां सुनना और उसे दूर करना था।
दिवाली से पहले कुछ शाखाओं में जाने का कार्यक्रम हुआ भी। लेकिन त्योहार के बाद इसमें और तेजी आने की उम्मीद थी। लेकिन दिवाली के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने 500-1000 के नोट बंद करने की घोषणा कर दी जिससे सभी लोग नोट बदलवाने में व्यस्त हो गए। अब पार्टी के ज्यादातर कार्यकर्ता शाखाओं में जाने की बजाए बैंक और एटीएम के बाहर लाइनों में लगे नजर आ रहे हैं।
पार्टी नेताओं का मानना है कि अगर अभी शाखा में जाएंगे तो लोग सिर्फ नोटबंदी की बात करेंगे, अपनी दिक्कतों के बारे में बात करेंगे। किसी भी तरह की राजनीतिक चर्चा नहीं हो पाएगी। इसलिए शाखा जाने के कार्यक्रम को कुछ दिन के लिए टाल दिया गया है। कई पार्टियों ने अपनी बैठकें भी कैंसल कर दी है।