नई दिल्ली। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर पीएम नरेंद्र मोदी ने उनसे जुड़ीं 100 गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक किया। गोपनीय फाइलों के सामने आते ही टीवी रिपोर्ट्स के हवाले से नेताजी के लिए लिखी गई पंडित नेहरू की चिट्ठी की खबर सामने आई। टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने ब्रिटेन के तत्कालीन पीएम एटली को पत्र लिखा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक इसमें नेहरू ने बोस को ‘युद्ध अपराधी’ लिखा था। कांग्रेस ने इस पर पलटवार किया है।
Congress will expose & take action against this mischievous fake letter: Anand Sharma on the fake letter from Pt. Nehru to Atlee
— INC India (@INCIndia) January 23, 2016
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि नेहरू और पार्टी की छवि को दागदार करने के लिए ऐसे फर्जी डॉक्यूमेंट को भी गोपनीय फाइल का नाम दिया जा रहा है। कांग्रेस ने इस मामले में सीधे तौर पर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के सीनियर नेता आनंद शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी का पक्ष स्पष्ट किया।
Will take all measures to punish people once identified. Whoever is taking ownership must come forward: Anand Sharma pic.twitter.com/3liHIy5LiK
— INC India (@INCIndia) January 23, 2016
आनंद शर्मा ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी सुभाष चंद्र बोस का सम्मान करती है। लेकिन पंडित नेहरू के नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाना शरारतपूर्ण है। जाली डॉक्यूमेंट्स को दस्तावेज के तौर पर सामने लाया जा रहा है।’ कुछ दिनों पहले अभी सोशल मीडिया पर भी पंडित नेहरू की एटली को लिखी एक चिट्ठी शेयर की जा रही थी।
टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस चिट्ठी का जिक्र किया जा रहा है उसनें नेहरू ने एटली को लिखा, ‘मुझे भरोसेमंद सूत्र से पता चला है कि सुभाष चंद्र बोस, जो आपके युद्ध अपराधी हैं उन्हें स्टालिन ने रूस में घुसने की मंजूरी दी है।’ यह चिट्ठी 27 दिसंबर 1945 को लिखी बताई जा रही है।