लखनऊ। राजधानी के पारा इलाके में सोमवार के दिन रामविहार कॉलोनी में सेवानिवृत फौजी की दो बेटियों अंतिमा (24) और आरती (16 ) की बेरहमी से गले पर धारदार हथियार से गोद कर हत्या कर दी। दो बेटियों की हत्या की खबर को संज्ञान में लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कैबिनेट मीटिंग के दौरान एसएसपी और डीआईजी को बुला लिया और जल्द से जल्द हत्या की घटना को खुलासे के लिए कहा।
घटना की जानकारी के बाद आईजी, डीआईजी, एसएसपी, एएसपी, सीओ सहित कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। वहीं मौके पर पहुंचे डॉग स्क्वॉड, फिंगर प्रिंट का दस्ता जांच में जुट गया। सूत्रों की माने तो जांच के दौरान एफएसएल टीम को हत्या के बाद बाथरूम में नहाने और कपड़े बदलने के निशान मिले है। वहीं हत्यारा घटना को अंजाम देने के बाद वाशवेसिंग में हाथ धोया है। उसके बाद उसने बाथरूम में स्थान किया है। उसने पिता एलबी सिंह के नये पकड़े पहने का प्रयास किया, लेकिन वह जब उसे नहीं अटे, तो उनके पुराने पकड़े पहनकर निकल गया।
फिलहाल एसएसपी ने बदमाशों की तलाश में क्राइम ब्रांच एवं पुलिस की चार टीमें लगाई गई हैं। एसएसपी दीपक कुमार का दावा है कि हत्यार 24 घंटे के अंदर पकड़ लिये जायेंगे। पुलिस ने दो बेटियों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पारा थानाक्षेत्र के 545 केए/आरवी 1466 रामविहार कॉलोनी राजाजीपुरम में सेवानिवृत फौजी एलबी सिंह अपनी पत्नी रेनू सिंह, बड़ी बेटी आरती (24), अंमिता उर्फ सोनम (16) और बेटा आशुतोष सिंह के साथ रहते हैं। बड़ी बेटी बीटेक की पढ़ाई कर चुकी है। वर्तमान में बीटीसी की पढ़ाई कर रही थी। बेटा (एल एंड टी) कंपनी में मेट्रो निर्माण कार्य में लगा हुआ है।
एलबी सिंह सुबेदार पद से सेना के एएससी विभाग से रिटायर मार्च 2017 में हुए थे। उनका बेटा ड्यूटी पर गया था वह पत्नी को लेकर कमांड हॉस्पिटल सिटी स्कैन करवाने के लिए सुबह 8.10 बजे गए हुए थे। घर पर दोनों बेटियां अकेले थीं। सिटी स्कैन की मशीन खराब होने के कारण वह 9.30 बजे घर वापस पहुंचे। जहां मेन दरवाजा खुला हुआ था। जब वह अंदर पहुंचे तो देखा कि दोनों बेटियां खून से लथपथ पड़ी हुई थीं। आसपास के लोगों ने बताया कि उनके घर से चीखने की आवाजें आ रहीं थीं। दोनों बेटियां किचेन में लहूलुआन हालत में पड़ी हुई थीं। बेटियों के गले और चहरे पर धारदार हत्यार से वार किये गये थे। एलबी सिंह ने पड़ोस में रहने वाले रवि सिंह की मदद से आनन-फानन में दोनों बेटियों को कार में बैठाकर कमाण्ड अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने जांच के दौरान दोनों बेटियों को मृत घोषित
कर दिया।
इस दौरान रवि और एलबी सिंह लगातार सौ नम्बर पर पुलिस को सूचना देने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन इत्फाक की बात यह रही जब डॉक्टरों ने दोनों बेटियों को मृत घोषित कर दिया तब जाकर सौ नम्बर को फोन लगा। रवि ने घटना की पूरी जानकारी सौ नम्बर पर दी। घटना के ४५ मिनट पर पीसीआर की एक गाड़ी मौके पर पहुंची। जिसके बाद एसएसपी दीपक कुमार कमाण्ड अस्पताल पहुंचे। वहीं दूसरी ओर वहीं घटना स्थल का निरीक्षण कर रही एफएसएल टीम को हत्या के बाद बाथरूम में नहाने और कपड़े बदलने के निशान मिले है। सूत्रों की माने तो हत्यारा घटना को अंजाम देने के बाद वाशवेसिंग में हाथ धोया है। उसके बाद उसने बाथरूम में स्थान किया है। उसने पिता एलबी सिंह के नये पकड़े पहने का प्रयास किया, लेकिन वह जब उसे नहीं अटे, तो उनके पुराने पकड़े पहनकर निकल गया। वहीं पुलिस ने बताया कि मौके से तीन मोबाइल मिले है, जिसमें दो मोबाइलों से छेड़छाड़ नहीं किया गया है। जबकि तीसरे मोबाइल की सारी डिटेल मिटा दी गई है।