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दिल्ली में अभी चुनाव हुए तो लौटेगी AAP की सरकार, CM के लिए केजरीवाल पहली पसंद: सर्वे

नई दिल्ली। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार अपने तीन साल पूरे होने पर आत्मविश्वास के साथ जनता के बीच जा रही है तो विपक्षी दल उसे चुनावी वादे पूरे न करने पर घेरने में लगे हुए हैं. हालांकि, इस बीच एक सर्वे में सामने आया है कि अगर इस समय दिल्ली में चुनाव होते हैं तो आम आदमी पार्टी फिर से अपनी सरकार बनाने में सफल रहेगी.

तीन साल पूरे होने पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उनकी सरकार ने 3 सालों में इतना काम किया है, जो दिल्ली में 70 सालों में भी नहीं हुआ. इसी समय, चुनावी सर्वे एजेंसी सी-वोटर और हिंदी समाचार चैनल एबीपी न्यूज ने दिल्ली के लोगों के बीच एक सर्वे किया है. हालांकि, इस सर्वे के मुताबिक अभी चुनाव होने पर आम आदमी पार्टी सबसे आगे रहेगी, लेकिन वह 2015 के जादुई प्रदर्शन को नहीं दोहरा सकेगी.

CM की पहली पसंद केजरीवाल

दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन के जवाब में सर्वे में शामिल लोगों ने मौजूदा सीएम अरविंद केजरीवाल को ही पसंद किया है. सर्वे के मुताबिक केजरीवाल 49 फीसदी लोगों की पहली पसंद हैं. बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन सिंह 14 फीसदी लोगों की पसंद हैं. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन को 9 फीसदी लोग ही सीएम के रूप में देखना पसंद कर रहे हैं. चौथे नंबर पर दिल्ली के मौजूदा डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया हैं, जिन्हें 6 फीसदी लोगों ने पसंद किया है.

आप को 26 सीटों का नुकसान

सर्वे के मुताबिक अभी चुनाव होने पर AAP को कम से कम 26 सीटों का नुकसान हो सकता है. हालांकि, AAP इस नुकसान के बावजूद सरकार बनाने में सफल रहेगी. सर्वे के मुताबिक अगर अब चुनाव हुए तो आम आदमी पार्टी की सीटें इस बार 67 से घटकर 41 ही रह जाएंगी. बावजूद बड़े नुकसान के, AAP की सीटें बहुमत के आंकड़े (36) से ऊपर रहेंगी।

दूसरे नंबर की पार्टी होगी BJP

सी-वोटर और एबीपी के सर्वे में आम आदमी पार्टी के बाद दूसरे नंबर की पार्टी BJP रही है. पिछले चुनाव में बीजेपी को 3 सीटों से संतोष करना पड़ा था. अगर आज चुनाव होते हैं तो उसकी सीटें 25 रहने का अनुमान जताया गया है. कांग्रेस को खास फायदा नहीं होने की बात कही गई है. पिछली बार दिल्ली में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल सका था. सर्वे में इस बार उसे 4 सीटें मिलने का अनुमान है.

AAP को सबसे ज्यादा नुकसान

इस सर्वे के मुताबिक, अभी चुनाव होने पर AAP का वोट पर्सेंटेज 54.3 फीसदी से घटकर 39.6 फीसदी रह जाएगा. वहीं, बीजेपी को मामूली बढ़त के साथ 32.3 फीसदी से बढ़कर 32.9 फीसदी वोट मिलेंगे. कांग्रेस का वोट फीसदी सबसे ज्यादा बढ़ने का अनुमान लगाया गया है. 2015 में कांग्रेस को 9.7 फीसदी वोट मिले थे, आज की तारीख में उसे 19.7 फीसदी वोट मिलेंगे.

करीब 4 हजार लोगों की राय

इस सर्वे को 4,170 लोगों की राय के आधार पर तैयार किया गया है. इसमें दिल्ली में प्रमुख तीनों राजनीतिक दलों- AAP, BJP और कांग्रेस का वोट पर्सेंटेज, उन्हें मिलने वाली सीटों की संख्या, क्षेत्रवार नफा-नुकसान, सीएम के रूप में पहली पसंद, केंद्र सरकार पर दिल्लीवालों का भरोसा और अपने वर्तमान विधायक को बदलने की इच्छा जैसे कई प्रश्न पूछे गए हैं.