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तो इसलिए “सपा के “ऑनलाइन कैंपेन” से हटा दी गयी ‘अखिलेश की ये “पंखुड़ी”, अब कर रही हैं केवल “बयानबाजी”

लखनऊ। सोशल मीडिया के चुनावी मैदान में जोरदार प्रदर्शन करने की तैयारी में लगी समाजवादी पार्टी धीरे-धीरे कमजोर कड़ियां सुधारने में जुट गई है. इसी क्रम में पार्टी ने अपना युवा चेहरा दिल्ली यूनिवर्सिटी की लॉ स्टूडेंट रह चुकी पंखुड़ी पाठक को सोशल मीडिया के मोर्चे से हटा लिया है.

दरअसल सपा का सोशल मीडिया कैंपेन संभालने के लिए अब ऐसे प्रोफेशनल्स की टीम का गठन किया गया है, जिनमें बीबीसी जैसे संस्थानों में काम किए लोग भी शामिल हैं. सोशल मीडिया पूरी तरह से डिंपल ही संभाल रही हैं.

पंखुड़ी अखिलेश यादव की यूथ कोर टीम का हिस्सा हैं और पार्टी प्रवक्ता की जिम्मेदारी भी संभाल रही हैं. समाजवादी पार्टी के सूत्रों की मानें तो पंखुड़ी को सीएम अखिलेश यादव और डिंपल यादव की करीबी माना जाता है. यही कारण था कि उन्हें सपा के सोशल मीडिया सेल की जिम्मेदारी भी दी गई थी. लेकिन वह इस जिम्मेदारी को निभाने में नाकाम ही साबित हुईं.

पंखुड़ी पाठक ने समाजवादी सरकार के पक्ष में सोशल मीडिया में आईसपोर्टअखिलेश के नाम से हैशटैग कैम्पेन की शुरुआत की थी, जो काफी सफल रही. लेकिन इसके बाद उन्होंने राजधानी लखनऊ के राय उमानाथ बली प्रेक्षाग्रह में सोशल मीडिया मीट का आयोजन किया, जो बुरी तरह फेल साबित हुई. इस मीट में प्रेक्षागृह की कुर्सियां तक पूरी तरह से भर नहीं सकीं.

2010 में हंसराज कॉलेज के चुनाव में पंखुड़ी ने ज्वाइंट सेक्रेटरी पद का चुनाव जीता. उस समय इनकी उम्र लगभग 18 साल थी. उन्होंने 2 से 3 साल तक पार्टी की तरफ से प्रत्याशि‍यों को छात्रसंघ का चुनाव भी लड़ाया. इसके बदले में पार्टी ने रिटर्न गिफ्ट देते हुए 2013 में लोहि‍या वाहि‍नी का नेशनल सेक्रेटरी बना दिया गया था.

समाजवादी पार्टी के नेताओं के अनुसार जो जिम्मेदारी पंखुड़ी को दी गई थी, उसमें वे उम्मीदों पर खरी नहीं उतरीं. इसीलिए अब हाई प्रोफाइल और युवा चेहरा पंखुड़ी पाठक कम दिख रही हैं. अभी तक सोशल मीडिया का काम देखने वाली पंखुड़ी की जगह अब एक पूरी टीम ने ले ली है. पंखुड़ी पार्टी प्रवक्ता बना दी गई हैं और तमाम टीवी चैनल्स पर पार्टी की तरफ से अपनी राय रखने का काम कर रही हैं.