Breaking News

डीएम किंजल सिंह को लेकर फिर सुलग रहा दुधवा, स्ट्राइक पर कर्मचारी

kinjalलखनऊ/लखीमपुर खीरी। विश्व प्रसिद्ध दुधवा नेशनल पार्क के कर्मचारियों ने एक बार फिर डीएम ​किंजल सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सोमवार से स्ट्राइक पर जाने का मन बना लिया है। दिलचस्प पहलू ये है कि सरकार के अफसर इस विवाद को दबाने की कोशिश में हैं। इस मामले को वो सीएम अखिलेश यादव तक नहीं पहुंचने देना चाहते। वहीं कर्मचारियों का कहना है कि उनकी मांगे पूरी न होने तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।

मुख्य सचिव ने जानी जमीनी हकीकत
-सूत्रों की मानें तो इस मामले पर शासन की लगातार नजर है।
-मुख्य सचिव आलोक रंजन स्वयं इस प्रकरण के पल-पल की जानकारी ले रहे हैं।
-उन्होंने प्रमुख सचिव वन संजीव शरण से दुधवा के जमीनी हकीकत की जानकारी ली।

किंजल सिंह पर अनियमित कार्य कराने का आरोप
-दुधवा नेशनल पार्क के कर्मचारियों ने विभिन्न संगठनों के साथ मिलकर कार्य बहिष्कार कर दिया है।
-विरोध के चलते तमाम पर्यटकों को मायूस ही लौटना पड़ रहा है।
-थारूहट खाली होने से दुधवा में सन्नाटा पसर गया है।
-कर्मचारियों ने डीएम पर अनियमित कार्य कराने और उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है।

क्या है मामला
-डीएम किंजल सिंह पर दुधवा पार्क में घुसकर नियमों को तोडऩे का आरोप लगा।
-साथ ही डिप्टी डायरेक्टर से अभद्रता करने और कर्मचारियों का मानसिक शोषण का आरोप है।
-फेडरेशन ऑफ फारेस्ट एसोसिएशन का कहना है कि डीएम किंजल सिंह कानून तोड़ते हुए रात को काफिले के साथ पार्क में घुस जाती हैं।
-लाउड म्यूजिक बजाती हैं और समझाए जाने पर डीएम, सीनियर बैच के आईएफ़एस अफ़सर को डांटती हैं।
-इस मामले में IFS अफ़सर ने चीफ़ सेक्रेटरी से डीएम की शिकायत की है और डीएम ने IFS अफसर की।

डिम्पल यादव से करीबी रिश्ते, नहीं हो रही कार्रवाई
-सूत्रों की मानें तो इस विवाद के काफी उछलने के बाद भी अब तक डीएम किंजल सिंह पर कार्रवाई इसलिए नहीं हुई।
-ये डिम्पल यादव के करीबी लोगों में गिनी जाती हैं।
-बताया जाता है कि इसके पीछे खास वजह खीरी में थारू जनजाति के लोगों के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम हैं।
-जिसकी मानीटरिंग स्वयं डिम्पल यादव करती हैं और इसको लेकर सीएम और डिम्पल, डीएम से खुश बताए जाते हैं।