Breaking News

ट्रांसहार्बर के टेंडर में होगी और देरी

mmrdaमुंबई। एमएमआरडीए द्वारा मुंबई ट्रांसहार्बर लिंक योजना के लिए निकाली जाने वाली टेंडर प्रक्रिया में विलंब होने की संभावना है। एमएमआरडीए के अधिकारियों ने बताया कि मुंबई ट्रांसहार्बर लिंक योजना को पूरा करने के लिए जापान के बैंक से कर्ज लेने का निर्णय लिया गया था। इसके तहत एमएमआरडीए ने संबंधित प्रस्ताव को तैयार करके पहले ही जापान बैंक को भेज दिया था। लेकिन बैंक ने अब तक प्रस्ताव को ‘ग्रीन सिंग्नल’ नहीं दिया है। इस कारण मुंबई ट्रांसहार्बर लिंक योजना की टेंडर प्रक्रिया की समयसीमा में बदलाव किया गया है।
जापान बैंक से कर्ज के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के उपरांत एमएमआरडीए टेंडर निकालेगी। बता दें कि बीते महीने अधिवेशन के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई ट्रांसहार्बर लिंक योजना का टेंडर 23 मार्च को निकालने की घोषणा की थी। लेकिन अब तक टेंडर प्रक्रिया की शुरुआत नहीं की गई है।

12 हजार करोड़ रुपये होगा खर्च

अधिकारियों ने बताया कि मुंबई ट्रांसहार्बर लिंक योजना को पूरा करने के लिए 12 हजार करोड़ रुपये का खर्च आंका गया है। इसमें 80 पर्सेंट कर्ज जापान बैंक से लिया जाएगा। बाकी 20 पर्सेंट राशि एमएमआरडीए द्वारा मुहैया कराई जाएगी। गौरतलब है कि इस योजना से संबंधित सारी मंजूरी एमएमआरडीए को मिल चुकी है। लेकिन बैंक की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है। बैंक द्वारा प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी।

मुंबई ट्रांसहार्बर योजना के लिए 1 हजार करोड़ रुपये

एमएमआरडीए ने साल 2016-17 का अपना जो बजट पेश किया है, उसमें मुंबई ट्रांसहार्बर लिंक योजना को पूरा करने के लिए 1000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। एमएमआरडीए ने शिवडी-न्हावा शिवा मुंबई ट्रांसहार्बर लिंक योजना के तहत 22 किमी का समुद्री पुल बनाने की तैयारी की है।