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टीवी पर बैठी एक दो औरतें यह तय नहीं कर सकतीं कि मुस्लिम महिलायें तीन तलाक के विरोध में हैं: नगमा

nagmaनई दिल्ली। पूर्व बोलीवुड अभिनेत्री और कांग्रेस की स्टार प्रचारक नगमा से ट्रिपल तलाक़ के मामले में पूछे जाने पर कहा कि बस टीवी पर एक दो महिलाओं को बैठाकर डिबेट करने का मतलब यह नहीं है कि सारी मुस्लिम औरतें तीन तलाक के विरोध में हैं। उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार वैसे भी किसी भी काम को केवल शुरू करती है अंजाम तक कभी नहीं पहुंचा पाती। उन्होंने कहा पहले जो वादे किए हैं वह तो पूरा करो।

उन्होंने ट्रिपल तलाक़ पर आगे कहा कि कोई भी चीज़ ऐसे कैसे खत्म की जा सकती है पहले इस पर बहस होनी चाहिए, वैसे भी हुकूमत तो कितने काम करने की बातें करती हैं लेकिन करती तो कुछ नहीं है, जब हुकूमत को कुछ करना ही नहीं है तो किसी भी मामले पर बात क्यूँ करती है, वैसे भी क्या सारी औरतें तीन तलाक के विरोध में हैं। बस टीवी पर एक दो महिलाओं को बैठाकर डिबेट करने का मतलब यह नहीं है कि सारी मुस्लिम औरतें तीन तलाक के विरोध में हैं।
उल्लेखनीय है कि तीन तलाक को लेकर आजकल काफी चर्चा चल रही है, एक तरफ केंद्र सरकार इस व्यवस्था को खत्म करने की बात कर रही है तो वहीं कई मुस्लिम संगठनों ने तीन तलाक को समाप्त करने का विरोध किया है।
दरअसल, तीन तलाक के एक मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा था कि वह समान नागरिक संहिता पर क्या सोचती है? इसके बाद कानून मंत्रालय ने विधि आयोग से इस मामले में रिपोर्ट देने को कहा था। केंद्र सरकार को सुप्रीम कोर्ट में इस मुद्दे पर जवाब देना है। इन्हीं सवालों ने मुस्लिम संगठनों को नाराज कर दिया है।