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‘टाइम’ मैगजीन के कवर पेज पर छपने से लेकर गुमनाम मौत तक

मुंबई. अपने दौर की पॉपुलर अभिनेत्रियों में से एक परवीन बॉबी का आज बर्थडे है. परवीन का जन्म 4 अप्रैल 1949 को गुजरात के जूनागढ़ में हुआ था. एक अभिनेत्री जो बहुत ज्यादा बोल्ड  बिंदास थीं कभी इंडस्ट्री में उनका जलवा था एक दिन गुमनाम मौत की शिकार हुईं. आइये जानते हैं उनकी जीवन से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें!

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बचपन  कैरियर

परवीन बॉबी का पूरा नाम परवीन वली मोहम्मद अली ख़ान बॉबी था. माता पिता की विवाह के 14 वर्ष बाद परवीन का जन्म हुआ था  10 वर्ष की ही आयु में ही उनके पिता का देहांत हो गया था.1972 में परवीन ने मॉडलिंग से अपने कैरियर की आरंभ की  1973 की फ़िल्म ‘चरित्रम’ में पहली बार वो सिल्वर स्क्रीन पर आईं. 1974 में रिलीज़ हुई फ़िल्म ‘मजबूर’ बॉबी की पहली हिट फ़िल्म थी जिसमें उनके साथ अमिताभ बच्चन थे.

ब्लॉकबस्टर

1970 से 1980 के बीच में परवीन ने ‘दीवार’, ‘नमक हलाल’, ‘अमर अकबर एंथनी’  ‘शान’ जैसी ब्लॉकबस्टर फ़िल्में दीं. 1976 से 1980 के बीच रीना रॉय के बाद परवीन बाबी दूसरी सबसे ज्यादा फीस लेने वाली एक्ट्रेस थीं. परवीन ने अमिताभ बच्चन के साथ आठ फ़िल्मों में एक्टिंग किया है  ये सभी फ़िल्में हिट या सुपरहिट हुए. बताते चलें कि शशि कपूर, धर्मेंद्र से लेकर अपने दौर के तमाम टॉप एक्टर्स के साथ परवीन ने कार्य किया.

रिलेशनशिप

परवीन ने कभी विवाह नहीं की. लेकिन, उनका कई विवाहित पुरुषो के साथ संबंध रहा. जैसे निर्देशक महेश भट्ट, एक्टर कबीर बेदी  खलनायक का भूमिका निभाने वाले डैनी. उनके  अमिताभ बच्चन के बीच भी रिलेशनशिप की अफवाहें थीं. उन्होंने बाद मे अमिताभ के ऊपर यह आरोप लगाया कि उन्होंने उन्हें मारने की प्रयास की है, लेकिन इसके कुछ वर्ष के बाद पता चला कि यह उनका वहम था.

बायोग्राफी

महेश भट्ट ने बाद में बॉबी  उनके बीच के संबंध पर आधारित एक आत्मकथात्मक फ़िल्म ‘अर्थ’ (1982) बनाई, जिसके लेखक  निर्देशक भी वही थे. उनके  परवीन बॉबी के बीच के संबंध के तथ्यों पर आधारित एक  फ़िल्म ‘वह लम्हे’ (2006) आई, जिसके निर्देशक मोहित सूरी थे.

गुमनाम मौत

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1976 में मशहूर ‘टाइम’ मैगजीन ने परवीन बाबी को अपने कवर पेज पर स्थान दी थी. 1983 में परवीन अपना फ़िल्मी कैरियर  हिंदुस्तान को छोड़कर अमेरिका चली गयी थीं. कम आयु में ही परवीन डायबिटीज की शिकार हो चुकीं थीं. 22 जनवरी 2005 को जब तीन दिनों तक परवीन ने अपने मुंबई के घर का दरवाज़ा रोज़ की तरह दूध  अखबार लेने के लिए नहीं खोला तो पुलिस को इन्फॉर्म किया गया. उसके बाद परवीन का मृत शरीर उनके घर से बरामद किया गया जो बेहद ही बेकार हालत में थी.