नई दिल्ली। चीन के हांगचौ में जी-20 समिट को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को वैश्विक आर्थिक ग्रोथ को बढ़ाने के लिए संरचनात्मक सुधार का अजेंडा पेश किया। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में आर्थिक सुधारों के लिए अधिक बिना किसी अवरोध के समानता वाली व्यवस्था स्थापित किए जाने की वकालत की, जिसमें डिजिटल गैप खत्म किया जा सके और स्किल डिवेलपमेंट को बढ़ावा मिले। चीन के हांगचौ शहर में रविवार से जी-20 देशों का दो दिवसीय सम्मेलन शुरू हुआ है। इस दौरान मोदी ने दुनिया में ग्रोथ और सुधार के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के प्रयासों की जमकर सराहना भी की।
पीएम मोदी ने कहा, ‘हम ऐसे समय में मिल रहे हैं, जब विश्व राजनीतिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है।’ मोदी ने कहा कि इस मामले में खुली और कठिन वार्ता करना भी कोई समाधान नहीं होगा। जी-20 देशों को कलेक्टिव, कॉर्डिनेटिड और टारगेटेड ऐक्शन की जरूरत है। पीएम मोदी ने इसके लिए अपनी सरकार की ओर से देश की ग्रोथ को बढ़ाने के लिए किए गए कुछ उपायों की भी चर्चा की।
मोदी ने कहा कि जी-20 देश इकॉनमी की ग्रोथ के लिए जो कदम उठा सकते हैं, उनमें डिजिटल तकनीक तक आसान पहुंच, डिजिटल गैप को खत्म करना, नई तकनीकी के विकास की बाधाएं खत्म करना, स्किल डिवेलपमेंट को बढ़ावा और स्किल्ड प्रफेशनल्स के पूरी दुनिया में मूवमेंट को आसान करना शामिल हैं। पीएम मोदी ने पूंजी के प्रवाह को भी सरल बनाने की वकालत की।
पीएम मोदी ने इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने बीते 7 सालों में ग्लोबल पार्टनरशिप बनाने के लिए काफी प्रयास किए हैं। मोदी ने कहा कि बराक ओबामा लगातार दुनिया के ताकतवर देशों की ओर से कलेक्टिव ऐक्शन लिए जाने के पक्षधर हैं।