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जयललिता की मौत की खबर को अपोलो अस्‍पताल ने बताया गलत, पार्टी दफ्तर में झुकाया झंडा फिर से किया गया ऊपर

jayalalitha-6चेन्‍नई। तमिलनाडु की मुख्‍यमंत्री जयललिता की मौत की खबरें बेबुनियाद हैं। उनका अभी भी इलाज चल रहा है। सोमवार (5 दिसंबर) शाम अपोलो अस्‍पताल ने यह सफाई जारी की। अस्‍पताल को सफाई इसलिए देनी पड़ी, क्‍योंकि जयललिता की मौत की खबर कई स्‍थानीय और राष्‍ट्रीय मीडिया में चल गई थी। सूत्र बताते हैं कि इस खबर को जयललिता की पार्टी के नेताओं ने भी गलत नहीं माना था। चेन्‍नई में एआईएडीएमके दफ्तर पर पार्टी का झंडा भी झुका दिया गया था। थोड़ी देर बाद झंडेे को फिर से ऊपर कर दिया गया। जयललिता के सैकड़ों समर्थक चेन्‍नई में सड़कों पर आ गए थे। उनके बीच मातम पसर गया था। कुछ जगह मारपीट भी हुई। अपोलो अस्‍पताल के बाहर सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई। 68 वर्ष की जयललिता 74 दिन से चेन्‍नई के अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती हैं।

अपोलो हॉस्पिटल का कहना है कि वह अभी भी लाइफ सपोर्ट सिस्‍टम पर हैं। रविवार को उन्‍हें दो कार्डिएक अरेस्‍ट पड़े थे, जिसके बाद से उनकी हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। चेन्‍नई में अस्‍पताल के बाहर जयललिता के समर्थकों की भारी भीड़ जमा है। लोग रो-बिलख रहे हैं और अफरातफरी का माहौल है। जयललिता समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई है। ऑल इंडिया अन्‍ना द्रविड़ मुनेत्र कणकम (एआईएडीएमके) के रोयापेटा स्थित मुख्‍यालय पर झंडा पहले आधा झुकाया गया, फिर उसे पूरा उठाया गया। अपोलो अस्‍पताल की एक्‍जीक्‍यूटिव डायरेक्‍टर संगीता रेड्डी ने कहा है कि ‘अपोलो और एम्‍स के डॉक्‍टर्स की एक बड़ी टीम सभी जीवनरक्षक उपाय कर रही है।’

बता दें कि जयललिता के समर्थक उनके नुकसान की कोई खबर बर्दाश्‍त नहीं कर पाते हैं। कुछ समय पहले जब उन्‍हें अदालती पचड़ों में काफी परेशानी झेलनी पड़ी थी और भ्रष्‍टाचार के मामले में सजा हुई थी, तब भी उनके कई समर्थकों ने जान दे दी थी।