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चंडीगढ़ के हाईप्रोफाइल छेड़छाड़ मामले में पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने जारी की यह चेतावनी…

नई दिल्‍ली। चंडीगढ़ में छेड़छाड़ के मामले की शिकार 29 वर्षीय वर्णिका कुंडू के समर्थन में देशभर से तीखी प्रतिक्रियाएं आई हैं. हरियाणा बीजेपी प्रमुख सुभाष बराल के पुत्र विकास पर लगे आरोपों के बाद देश के कई लोगों ने वर्णिका के पक्ष में आवाज बुलंद करते हुए न्‍याय की गुहार लगाई है. टीम इंडिया के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने भी अपने ट्वीट में इस युवती के समर्थन में आवाज बुलंद की है. सोशल मीडिया पर अपने तीखे और चुटीले अंदाज के लिए मशहूर वीरू ने इस हाईप्रोफाइल केस की स्‍वतंत्र और निष्‍पक्ष जांच की मांग उठाई है.  सहवाग ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘चंडीगढ़ की छेड़छाड़ की यह घटना बेहद शर्मनाक है. इस मामले में किसी के प्रभाव में आए बगैर निष्‍पक्ष जांच की जानी चाहिए.’ सहवाग ने लिखा, ‘चाहे कोई भी हो, कायदे में रहोगे तो फायदे में रहोगे.’

Chandigarh stalking incident is shameful & a fair probe should be done without any influence. Koi bhi ho,
Kaayde me rahoge,Faayde me rahoge

 वर्णिका ने अपने फेसबुक पोस्‍ट में लिखा कि आरोपियों ने उसका रास्‍ता रोक लिया. नौकरशाह की बेटी वर्णिका ने शुक्रवार रात को पुलिस को फोन कर शिकायत की कि दो लड़के यहां पांच किलोमीटर से भी ज्यादा रास्ते से उसका पीछा कर रहे थे. हरियाणा बीजेपी प्रमुख सुभाष बराला के बेटे विकास (23) और आशीष कुमार (27) को कथित तौर पर महिला का पीछा करने के लिए गिरफ्तार कर लिया गया था. हालांकि बाद में दोनों को जमानत पर रिहा कर दिया गया क्योंकि उनके खिलाफ आईपीसी और मोटर व्हीकल अधिनियम की जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया. चंडीगढ़ पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि  चंडीगढ़ पुलिस ने उस मार्ग पर पांच सीसीटीवी की फुटेज फिर से प्राप्त कर ली है जिस पर कथित गाड़ी से पीड़िता की कार का पीछा किया गया.”

केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस. सिंघल ने कल कहा था कि पुलिस ने उस रास्ते की सीसीटीवी फुटेज हासिल कर रही है जहां आरोपियों ने कथित तौर पर पीड़िता का पीछा किया. उन्होंने कहा, ”हमने उस रास्ते के कई सीसीटीवी कैमरों की पहचान की है जहां से आरोपी गुजरे थे और हम फुटेज लेने की प्रक्रिया में है. हम आपको बताएंगे.” इन आरोपों पर कि रास्ते के छह सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे, इस पर सिंघल ने कहा, ”तकनीकी विश्लेषण पूरा हो जाने पर ही मैं इस बारे में बता सकता हूं.’

इस बीच, पुलिस ने उन दावों को खारिज किया है कि मामले में उस पर किसी तरह का दबाव है. चंडीगढ़ पुलिस का कहना है कि यदि कानूनी परामर्श मामले में गैर जमानती धाराएं लगाने के पक्ष में आता है तो वह ऐसा करने में हिचकेगी नहीं. सिंघल ने कहा कि वह ”खुले दिमाग” से इस मामले की जांच कर रहे हैं और मामले से जुड़े कई मुद्दों पर कानूनी राय ले रहे हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कल कथित घटना की निंदा करते हुए कहा कि आरोपी के खिलाफ आरोपों को कमजोर करने का कोई प्रयास नहीं किया जाना चाहिए.