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केंद्रीय मंत्री कठेरिया बोले, ‘भगवाकरण तो होगा…देश में भी और शिक्षा में भी’

19 katheriyawww.puriduniya.com लखनऊ। बीजेपी नेता और केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री राम शंकर कठेरिया द्वारा शनिवार को लखनऊ यूनिवर्सिटी में दिए गए बयान पर विवाद हो गया है। कठेरिया ने कहा है कि भगवाकरण तो होगा…देश में भी भगवाकरण होगा और शिक्षा में भी होगा। जो देश के लिए अच्छा होगा, वही होगा। राज्यपाल राम नाइक की मौजूदगी में कठेरिया ने यह भी कहा कि इस देश में महाराणा प्रताप और शिवाजी नहीं तो क्या चंगेज खां का इतिहास पढ़ाया जाएगा। केंद्रीय राज्य मंत्री के इस बयान का विपक्षी दलों ने कड़ा विरोध करते हुए इसे चुनावी स्टंट बताया है।

एलयू के मालवीय सभागार में आयोजित हिंदवी स्वराज दिवस समारोह में राम शंकर कठेरिया शनिवार को बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ विश्वविद्यालय कर्मचारी सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा परिषद ने किया था। इस कार्यक्रम में कठेरिया ने कहा, ‘पूरे देश में एक बीमारी लग गई है। देश के लिए सब कुछ समर्पित करने वाले महापुरुषों की जब भी हम बात करते हैं, तो कहा जाता है कि भगवाकरण हो रहा है। कई बार इसे संघवाद का नाम दे दिया जाता है। हमारे महापुरुष और संस्कृति भगवाकरण नहीं है, ये देश की आत्मा है। विदेशियों को भी हिंदुस्तान की धरती पर ही उजाला नजर आता है। हमने हिंदू-मुसलमान की बात कभी नहीं की। सर्वे भवंतु सुखिन: की बात करने वाली यह संस्कृति कभी भेदभाव नहीं करती।’

आंबेडकर किसी एक पार्टी के नहीं
राम शंकर कठेरिया ने कहा कि कोई भी महापुरुष न तो बीजेपी का है और न किसी अन्य पार्टी का। वे पूरे देश के महापुरुष हैं। महापुरुषों का इतिहास भी सबने अपने-अपने नजरिए से लिखा है। हमने बाबा साहब अंबेडकर की 125 वीं जयंती मनाई तो ऐसी बातें आईं कि जैसे वे किसी एक दल के हैं। महाराणा प्रताप, शिवाजी हों या गांधी और अंबेडकर, वे पूरे देश के हैं।

कठेरिया के बयान पर प्रदेश अध्यक्ष बीएसपी राम अचल राजभर ने कहा, ‘इनकी पार्टी की वही नीति है जो कठेरिया ने कहा है। यही संघ और विश्व हिंदू परिषद की विचारधारा है। बीजेपी की कोशिश है कि लोकसभा चुनाव की तरह दंगे करवाकर विधानसभा चुनावों में सत्ता हासिल कर लें। इस बार ऐसा होने वाला नहीं है। जनता जान गई है कि इन्हें विकास से कोई मतलब नहीं है।’

उधर, समाजवादी पार्टी के मंत्री एवं प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा, ‘यह देश धर्मनिरपेक्ष है, संविधान धर्मनिरपेक्ष है। कुछ लोग भगवाकरण के जरिए अव्यवस्था पैदा करना चाहते हैं। उनका संविधान में यकीन नहीं है, जबकि संविधान के आधार पर ही शपथ लेकर वह सरकार में आए हैं। उनकी काठ की हांडी अब बार-बार चढ़ने वाली नहीं है।’

कठेरिया के बयान पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, ‘मैंने यह बयान सुना नहीं है लेकिन अगर ऐसा कहा गया है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। देश की शिक्षा सभी के लिए है, किसी एक के लिए नहीं। उनका यह बयान संविधान के विरुद्ध है। मैं निंदा करता हूं।’