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कासगंज हिंसा : अनाप-शनाप बयानबाजी करने वाले DM को योगी आदित्‍यनाथ ने फटकारा

लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश के कासगंज में तनाव जारी है। कासगंज हिंसा को शांत करने के लिए योगी आदित्‍यनाथ की सरकार ने ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रखा है। लेकिन, इस बीच कासगंज के जिलाधिकारी ने ही अनाप-शनाप बयानबाजी करनी शुरु कर दी है। जिसको लेकर उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कासगंज के डीएम आरपी सिंह को कड़ी फटकार लगाई है। दरसअल, जिलाधिकारी आरपी सिंह से जब चंदन गुप्‍ता की मौत के बारे में सवाल किया गया तो उन्‍होंने जवाब में कुछ ऐसी बातें कहीं जो आपत्तिजनक थीं। इस बात की जानकारी जैसे ही योगी आदित्‍यनाथ को हुई उन्‍होंने फौरन ही जिलाधिकारी को लताड़ लगा दी। दरअसल, यूपी सरकार नहीं चाहती है कि कासगंज हिंसा का बढ़ावा मिले। शायद यही वजह है कि इस मसले पर कई खुद मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ और गृहमंत्री राजनाथ सिंह तक चुप्‍पी साधे हुए हैं।

कासगंज हिंसा पर जिलाधिकारी आरपी सिंह ने क्‍या कहा जरा ये भी जान लीजिए। चंदन गुप्‍ता की मौत के सवाल पर आरपी सिंह का कहना था कि तिरंगा यात्रा के दौरान चंदन पर गोली एक घर से चलाई गई। जिस घर से चंदन गुप्‍ता पर गोली चलाई गई वो घर एक मुसलमान का था। इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि ये दंगा नहीं बल्कि सांप्रदायिक झगड़ा था। कासगंज हिंसा पर जिलाधिकारी का ये बयान यूपी सरकार को नागवार गुजरा। जिसके बाद आरपी सिंह को कड़ी फटकार सुननी पड़ी। इससे पहले यूपी सरकार ने सोमवार को ही कासगंज के एसपी को भी यहां से हटा दिया था। उनकी जगह पर अलीगढ़ के एसपी को कासगंज का चार्ज सौंपा गया है। उत्‍तर प्रदेश सरकार ने कासगंज हिंसा के मामले की जांच एसआईटी से कराने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि कासगंज हिंसा की जांच के लिए सरकार ने एसआईटी का भी गठन कर दिया है।

वहीं दूसरी ओर कासगंज में अभी हालात सामान्‍य बने हुए हैं। लेकिन, स्थिति तनावपूर्ण है। सोमवार को भी यहां पर पूरे दिन शांति रही लेकिन, रात होते-होते उपद्रवियों ने माल गोदाम रोड पर एक दुकान में आग लगा दी। जिससे एक बार फिर तनाव बढ़ गया। हालांकि पुलिस और फायर ब्रिगेड की मुस्‍तैदी के चलते आग पर फौरन ही काबू पा लिया गया। आग कास्‍मेटिक की दुकान में लगाई गई। कुछ इलाकों में दहशत का माहौल है। बताया जा रहा है कि उपद्रवियों ने दुकान की छत पर पड़ी सीमेंटेड शेड को तोड़कर दुकान में आग लगाई क्‍यों तनाव के चलते दुकान सुबह से ही बंद थी। वहीं उत्‍तर प्रदेश के राज्‍यपाल राम नाईक ने भी कासगंज हिंसा पर अफसोस जाहिर किया है। उन्‍होंने कहा कि कासगंज में जो भी हुआ वो शोभा नहीं देता है। राज्‍यपाल राम नाईक ने यूपी सरकार से कहा है कि वो ऐसे कदम उठाए कि इस तरह की घटना दोबारा ना हो।

 उत्‍तर प्रदेश के राज्‍यपाल राम नाईक ने कासगंज हिंसा को प्रदेश के लिए कलंक बताया है। कासगंज के नए एसपी पीयूष श्रीवास्‍तव ने भी सोमवार को ही अपना कार्यभार संभाल लिया। कामकाज संभालते ही पीयूष श्रीवास्‍तव ने कहा कि किसी भी उपद्रवी को बख्‍शा नहीं जाएगा। उन्‍होंने उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है। 26 जनवरी को भड़की कासगंज हिंसा में अब तक कुल 118 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जिसमें करीब 50 लोग नामजद हैं। जबकि बाकी लोगों को एहतियातन गिरफ्तार किया गया है। ये दंगा उस वक्‍त भड़का था जब कासगंज में तिरंगा यात्रा निकाली जा रही थी। इसी दौरान दो समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए थे। इसके बाद यहां पर पथराव शुरु हो गया था और दोनों ओर से गोलियां चलने लगी थी। इसी पथराव और गोलीबारी में चंदन गुप्‍ता की मौत हो गई थी। जिसके परिजनों को योगी आदित्‍यनाथ की सरकार ने 20 लाख का मुआवजा दिया है।