Breaking News

कश्मीर भी हमारा, कश्मीरी भी हमारे और कश्मीरियत भी हमारी: राजनाथ

गंगटोक (सिक्किम)। कश्मीर में हालात सामान्य नहीं हैं। पिछले दिनों पत्थरबाजी और आतंकी हमलों में तेजी है। इस पर राजनाथ सिंह का कहना है कि एनडीए सरकार कश्मीर मुद्दे का परमानेंट सॉल्यूशन चाहती है। मुझे भरोसा है कि हम इसका हल खोज लेंगे। उन्होंने कहा कि हम सच्चाई को जानते हैं कि कश्मीर भी हमारा है, कश्मीर भी हमारे हैं और कश्मीरियत भी हमारी है। बता दें कि राजनाथ सिक्किम के तीन दिन के दौरे पर हैं। शनिवार को उन्होंने कहा था कि ड्यूटी पर तैनात पैरामिलिट्री फोर्स के किसी जवान के शहीद होने पर उसके परिवार को एक करोड़ रुपए की मदद मिलेगी।
राजनाथ ने यहां एक प्रोग्राम में कहा- पाकिस्तान कश्मीर में गड़बड़ी फैलाकर भारत को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। हमारी सरकार इस मसले का स्थायी समाधान चाहती है। भारत को लेकर पाकिस्तान के रवैए में कोई बदलाव नहीं आया है। हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान में बदलाव आएगा। यदि पाकिस्तान नहीं बदलेगा तो हम उन्हें बदल देंगे। ग्लोबलाइजेशन के बाद, यह भूलना नहीं चाहिए कि एक देश दूसरे देश को अस्थिर नहीं कर सकता है।
कश्मीर में हिजबुल के कमांडर बुरहान वानी को आर्मी ने पिछले साल 8 जुलाई को मार गिराया था। इसके बाद करीब चार महीने तक कश्मीर में पथराव और प्रदर्शन हुए थे। इस दौरान करीब 80 लोगों की मौत हुई थी। अप्रैल में श्रीनगर लोकसभा सीट पर बाईपोल के वक्त भी हिंसा हुई थी। 7.14% वोटिंग के बीच हिंसा में करीब 8 लोगों की मौत हो गई थी। तभी से भारी तादाद में स्टूडेंट्स आर्मी के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन और पत्थरबाजी कर रहे हैं।
राजनाथ सिंह ने शनिवार को नाथु ला में एलान किया कि ड्यूटी पर तैनात पैरामिलिट्री फोर्स के किसी जवान के शहीद होने पर उसके परिवार को एक करोड़ रुपए की मदद मिलेगी। राजनाथ ने ये भी कहा- पैरामिलिट्री फोर्स के 34 हजार कॉन्स्टेबल्स की पोस्ट्स को अपग्रेड कर हेड कॉन्स्टेबल में तब्दील किया जाएगा। जवान अपनी शिकायतें होम मिनिस्ट्री के ऐप पर बताएं। देश अपनी पैरामिलिट्री फोर्सेज पर नाज करता है और उनकी कुर्बानियों को सलाम करता है। पैरामिलिट्री फोर्सेस नक्सलियों और जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लड़ रही है।जवानों की शहादत को पैसे से नहीं तोला जा सकता है। लेकिन उनके परिवारों को परेशानियों का सामना न करना पड़े, इसलिए मैं भरोसा दिलाता हूं कि पैरामिलिट्री फोर्सेज के शहीदों को कम से कम 1 करोड़ की मदद जरूर मिलेगी।