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कश्मीर पर मुस्लिम देशों की शरण में गया पाक, भारत को लिखा पत्र

pakistan-provokesइस्लामाबाद। पाकिस्तान कश्मीर को शांत नहीं रहने देना चाहता। बुरहान वानी के बाद अब वह कश्मीर के मसले को कई तरह से तुल देने की कोशिश कर रहा है। शुक्रवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर विवाद पर इंडिया को बातचीत के लिए आमंत्रित करेंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी विदेश सचिव अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर को इस मामले में औपचारिक पत्र लिखेंगे।

अजीज ने कहा कि पाकिस्तान संवाद को भारत की तरफ से एकतरफा रोके जाने के बाद फिर से बहाल करने की कोशिश करेगा। उन्होंने भारत पर बातचीत में दिलचस्पी नहीं दिखाने का भी आरोप लगाया।

अजीज ने एक नई चाल के तहत कश्मीर पर अब मुस्लिम देशों से मदद मांगी है। उन्होंने इस मामले में अरब लीग के देशों को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वे कश्मीर में भारत के ‘अत्याचारों’ को रोकने के लिए हस्तक्षेप करें। पाकिस्तान को कश्मीर को लेकर कई इंटरनैशनल मंचों पर झटका लग चुका है लेकिन वह बाज नहीं आ रहा। अब पाकिस्तान अपने कश्मीर अजेंडे को अरब लीग में ले जाने कोशिश कर रहा है।
पाकिस्तान ने कहा कि उसने कश्मीर में ‘भारत की भयंकर ज्यादतियों’ को रेखांकित करते हुए अरब लीग को पत्र लिखा है और उसके सदस्य देशों से हस्तक्षेप करने को कहा है। विदेश कार्यालय (एफओ) ने कहा कि विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीत ने अरब लीग के महासचिव अहमद अबुल घेट को लिखे एक पत्र में कहा कि घाटी में मौजूदा अशांति ‘लगातार और लंबे समय से चले आ रहे कश्मीरियों के अलगाव को जाहिर करती है।’

सलाहकार ने जोर दिया कि कश्मीर में मौजूदा हालात कश्मीरियों को आत्मनिर्णय का वह अधिकार देने से भारत के लगातार इनकार का परिणाम हैं जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों में उसे देने का वादा किया गया था। अजीज ने यह भी कहा कि बड़े स्तर पर हो रहा स्वाभाविक विद्रोह यह दर्शाता है कि कश्मीर का संघर्ष पूरी तरह से उसके भीतर से उत्पन्न हुआ है और उसे आतंकवाद के समान नहीं माना जा सकता।

उन्होंने कहा कि अरब लीग देशों से भारत से यह अपील करने का आग्रह किया जाता है कि वह कश्मीर में ‘रक्तपात और नरसंहार’ रोके और यूएनएससी के लंबित प्रस्ताव लागू करे। यह पत्र कश्मीर मामले पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को शामिल करने का पाकिस्तान का ताजा प्रयास है। इससे पहले पाकिस्तान ने कश्मीर में हालात के बारे में संयुक्त राष्ट्र को भी पत्र लिखा था।

‘इंडिया कश्मीर में आत्मनिर्णय के अधिकार को खारिज कर रहा’
अजीज ने कहा कि भारत कश्मीर में कश्मीरियों के आत्मनिर्णय की आवाज को दबा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने यूनाइटेड नेशन से आत्मनिर्णय को तवज्जो देने की बात कही थी। अजीज ने कहा कि कश्मीर में जो अभी हालात हैं वे कोई एकलौते वाकये के कारण नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीरी लंबे समय से अपनी आवाज उठा रहे हैं। पाकिस्तानी पीएम के सलाहकार ने कहा कि कश्मीर में आजादी का आंदोलन बिल्कुल स्वाभाविक है और यह पाकिस्तान के कारण नहीं है। उन्होंने कहा कि इसे आतंकवाद से नहीं जोड़ा जा सकता।