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इलाहाबाद में लॉ स्‍टूडेंट की पीट-पीटकर हत्‍या: रेस्‍तरां का वेटर गिरफ्तार, पैर टकराने की वजह से हुआ था झगड़ा

इलाहाबाद। इलाहाबाद में कानून के एक छात्र की पीट-पीटकर हत्याके मामले में पुलिस ने एक शख़्स को गिरफ़्तार किया है. पुलिस ने रेस्तरां के वेटर मुन्ना चौहान को गिरफ़्तार किया है. आरोप है कि मुन्ना ने ही दिलीप के सिर पर मारा था, जिससे उसे गंभीर चोट लगी. हालांकि पुलिस ये नहीं बता पा रही कि अगर मुन्ना ने मारा था तो वो उसे रेस्तरां के मालिक के साथ अस्पताल क्यों लेकर गया?

बताया जा रहा है कि कि दिलीप और उसके साथी रेस्तरां की सीढ़ियों पर बैठे थे, जब आरोपियों में से एक के पैर से उसका पैर टकरा गया. इसको लेकर शुरू हुई बहस मारपीट में बदल गई. वहां से गुजर रहे एक व्‍यक्ति के मोबाइल फोन से रिकॉर्ड किए गए वीडियो में दिख रहा है कि दिलीप सरोज नाम का शख्‍स रेस्‍तरां की सीढ़ियों पर अचेत पड़ा है. ऐसा लग रहा है कि उसे मार रहे लोग नशे में धुत हैं. वीडियो में वहां से गुजरता एक व्‍यक्ति रुकता भी जबकि अन्‍य इस पर ध्‍यान नहीं देते. जिन लोगों ने इस घटना को अपने मोबाइल में कैद किया, वो वीडियो में कहते सुने जा सकते हैं कि ‘जब वह मर जाएगा तभी पुलिस आएगी.’ हालांकि उनमें से किसी ने पुलिस को फोन नहीं किया.

नौ फरवरी की शाम दिलीप (26) अपने दो साथियों के साथ कर्नलगंज स्थित एक होटल में खाना खाने गया था और वहां लग्जरी कार से आए कुछ लोगों से उसकी कहासुनी हो गई थी, जिसके बाद उन लोगों ने दिलीप को लाठी डंडों से पीटकर बुरी तरह से घायल कर दिया था. जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया, “दिलीप के भाई की तहरीर पर कल सुबह तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. सीसीटीवी फुटेज और इस घटना के वायरल हुए वीडियो के आधार पर मुख्य अभियुक्त के तौर पर विजय शंकर सिंह की पहचान की गई है जो भारतीय रेलवे में टीटीई के पद पर कार्यरत है. वह अभी फरार है.”

उन्होंने बताया, “कालका होटल के मालिक अमित उपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया गया है. वह विजय शंकर सिंह को पहले से जानता था और घटना के समय स्थल पर मौजूद था लेकिन इस घटना की सूचना उसने पुलिस को नहीं दी.” उन्होंने कहा कि शव का पोस्टमार्टम कर उसे उसके परिजनों को सौंप दिया गया है. कुलहरि ने माना कि भरे बाजार में ऐसी घटना की सूचना थाना प्रभारी को नहीं होना, उसकी खुफिया तंत्र की विफलता है… इस घटना की जवाबदेही तय की जाएगी और ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जाएगा.