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आसमान में 15 सेकंड से बच गई दो विमानों की टक्कर, जांच के आदेश

नई दिल्ली। वाराणसी के आसमान में उड़ते हुए दो यात्री विमान इतने नजदीक आ गए कि उनके बीच महज 15 सेकंड की दूरी रह गई थी। दोनों विमानों के टकराने की पूरी आशंका पैदा हो गई थी लेकिन ऐन वक्त पर मॉर्डन तकनीक के सहारे इस टक्कर को टाल दिया गया। पिछले सप्ताह रविवार को हुई इस घटना की जानकारी अब निकलकर सामने आई है। सैंकड़ों यात्रियों की जान जोखिम में डालने वाली इस घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

घटना के बारे में बताया जा रह है कि रविवार को एयरएशिया और इंडिगो के विमान वाराणसी के आसमान में उड़ रहे थे। एयरएशिया का विमान I5 768 बागडोगरा से दिल्ली जा रहा था, जबकि इंडिगो के प्लेन 6E 398 ने दिल्ली से बागडोगरा के लिए उड़ान भरी थी। सूत्रों ने बताया कि इस दौरान एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) की ओर से एयरएशिया के पायलट्स को निर्देश दिया गया कि वे विमान को थोड़ा नीचे लाते हुए 34,000 फीट की उंचाई पर बनाए रखें। बताया जा रहा है कि पायलट्स की ओर से भी बाकायदा ATC को जवाब दिया गया कि उन्हें संदेश मिल गया और वे उसे समझ भी गए हैं।

हालांकि सूत्रों के मुताबिक एयरएशिया के पायलट्स ने विमान को निर्धारित लेवल (34,000 फीट) से नीचे ले जाना जारी रखा। इसका नतीजा यह हुआ कि एयरएशिया का विमान 33,000 फीट के लेवल पर आ गया, जिस उंचाई पर इंडिगो का विमान पहले से उड़ रहा था। एक दूसरे की तरफ आते हुए दोनों विमान सिर्फ 9 किलोमीटर दूर थे यानी दोनों के बीच टक्कर होने में महज 15 सेकंड का फासला था। ऐसे वक्त में वह मॉर्डन तकनीक काम आई जो हवा में दो विमानों की आमने-सामने की टक्कर को रोक देती है। इन दिनों विमानों में एयरबोर्न कलिजन अवॉइडेंस सिस्टम (ACAS) लगा होता है जो ऐसे संभावित टक्कर को रोकने का काम करता है।

इस सिलसिले में जब एयरएशिया इंडिया से बात की गई तो उनके प्रवक्ता ने कहा, ‘अभी इस मामले की जांच की जा रही है। जब तक इससे जुड़े तत्थ पता नहीं चल जाते, हम इस बारे में अभी कोई और जानकारी नहीं देना चाहेंगे।’ एयरक्राफ्ट ऐक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन बोर्ड के अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं। एयरएशिया के उस विमान के कमांडर को जांच पूरी होने तक विमान उड़ाने से रोक दिया गया है। इस बात की भी जांच की जा रही है कि क्या ATC ने एयरएशिया के पायलट्स को चेतावनी दी थि वे निर्धारित उंचाई से नीचे आ गए हैं।