Breaking News

आर्मी चीफ रावत की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस, जवान के विडियो से लेकर बख्शी से मतभेद तक पर बोले

नई दिल्ली। नए आर्मी चीफ बिपिन चंद्र रावत ने सेना प्रमुख बनने के बाद शुक्रवार को अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने असंतुष्ट जवानों के विडियो, पाकिस्तान की ओर से सीजफायर उल्लंघन, ईस्टर्न आर्मी कमांड के प्रमुख के साथ मतभेद समेत विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की। उन्होंने कहा कि असंतुष्ट जवानों की अपनी फरियाद लेकर सोशल मीडिया पर जाने की जरूरत नहीं है। उनकी समस्याएं सुनने के लिए बेहतर व्यवस्था बनाई जाएगी।

View image on Twitter

In the recent time the ceasefire violations have come down but if not then, we will opt for such surgical strike measures: Bipin Rawat

फिर हो सकते हैं सर्जिकल स्ट्राइक
पड़ोसी मुल्क की ओर से कई बार सीजफायर उल्लंघन के मामले पर आर्मी चीफ ने कहा, ‘हाल के दिनों में सीजफायर उल्लंघन के मामलों में कमी आई है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो सर्जिकल स्ट्राइक जैसे कदम उठा सकते हैं।’ रास्ता भटककर एलओसी के दूसरी ओर पहुंचे भारतीय जवान की रिहाई पर आर्मी चीफ ने कहा कि पाकिस्तान ने कहा है कि जवान उनके पास है। आर्मी चीफ के मुताबिक, जवान को वापस लाने की एक प्रक्रिया होती है और उसका पालन किया जाएगा। आर्मी चीफ ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के प्रॉक्सी वॉर की वजह से भारत के सामाजिक तानेबाने को नुकसान पहुंच रहा है।

मीडिया की भूमिका पर बोले
सेना प्रमुख ने मीडिया की भूमिका पर भी विस्तार से बात की। उन्होंने मीडिया के रोल की तारीफ करते हुए कहा, ‘मीडिया लोगों को देश और सेना के बारे में सूचनाएं देने का काम करती है। मीडिया की पारदर्शिता हमेशा उसे सैन्य बलों की सहयोगी बनाती है। ऐसे कई पल आते हैं जब मीडिया और मिलिटरी के बीच सहमति बनती है तो कई जगह असहमतियां होती हैं। ऐसे में एक आम सहमति पर पहुंचना जरूरी है।’ सेना प्रमुख ने मीडिया से सहयोग की भी अपील की।

सेना को सक्षम बनाने की तैयारी
सेना प्रमुख बिपिन चंद्र रावत ने तकनीकी क्रांति का जिक्र करते हुए बताया कि भारतीय सेना को नई चुनौतियों से निपटने के लिए सक्षम बनाया जा रहा है। हथियारों से लेकर हर फील्ड में बेहतर तकनीक इस्तेमाल की जा रही है। सेना प्रमुख ने जवानों या अफसरों से टीम भावना के साथ काम करने की अपील की।

जवान के विडियो पर बोले-हल निकलेगा
सेना के एक जवान ने विडियो जारी करके सीनियर अफसरों द्वारा उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। इस बारे में उन्होंने कहा, ‘मैं आपके माध्यम से कहना चाहूंगा कि जिसकी भी जो समस्या हो वह आंतरिक रूप से इसकी शिकायत करे। किसी भी रैंक या सर्विस का हो, अपनी शिकायत सीधे लिखें। सैनिक अपने नाम के साथ शिकायत करें, हम उनकी पहचान को जाहिर नहीं करेंगे। ट्रूप्स को सीनियरों पर भरोसा रखना चाहिए कि उनकी समस्या का हल जरूर होगाा।’ आर्मी चीफ ने जवानों की शिकायत सुनने के लिए कंप्लेंट बॉक्स बनाने का ऐलान किया।

सोशल मीडिया पर निशाना?
आर्मी चीफ ने कहा कि अगर जवानों की समस्या का समाधान आंतरिक रूप से नहीं हो पाता है तब वह चाहें तो इसे किसी भी माध्यम से उठा सकते हैं। उन्होंने इशारों ही इशारों में सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर भी बात की। सेना प्रमुख ने कहा कि सोशल मीडिया दोधारी तलवार है। इसके सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही पहलू हैं। गौरतलब है कि हाल के दिनों में जवानों ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर अपनी शिकायतें सामने रखी हैं।

जनरल बख्शी से विवाद पर भी बोले
टाइम्स नाऊ के एक सवाल पर आर्मी चीफ ने ईस्टर्न आर्मी कमांडर जनरल प्रवीण बख्शी से जुड़े विवादों पर भी बात की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जनरल बख्शी ने नए आर्मी चीफ को अपने पूरे समर्थन की बात कही है, साथ ही आशंका जताई है कि दुर्भावना से उनकी ओर से विरोध की खबरें की जा रही हैं। इस मसले पर आर्मी चीफ ने कहा, ‘जहां तक ईस्टर्न आर्मी कमांडर का मसला है हम हमेशा एक दूसरे के संपर्क में हैं। उन्होंने मुझसे कहा कि वह सरकार के निर्णय को स्वीकार करते हैं और सेना में अपनी भूमिका अदा करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने अपनी कमांड को दिए गए संबोधन में भी सरकार के निर्णय को स्वीकार करने की बात कही है।’