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आरटीओ प्रवर्तन आरएस यादव उर्फ़ भ्रष्ट यादव दौलत ही नहीं 50 वोल्वो बसों के मालिक भी हैं

लखनऊ। चंदौली के एआरटीओ प्रवर्तन आरएस यादव ने भ्रष्टाचार के जरिये केवल दौलत और संपत्तियां ही जमा नहीं की बल्कि 50 वोल्वो बसों का अपना एक बेडा भी तैयार कर रखा है, जो बनारस से यात्रियों को उनके गंतव्य तक लाने और पहुंचाने का काम करता है. बताया जाता है कि यादव ने जौनपुर और बनारस में अपनी तैनाती के दौरान इतनी अधिक मलाई काटी है कि चंद सालों में ही उसने 50 वोल्वो बसों का एक निजी बेडा तैयार कर किया है. इस बेड़े के बाहर जाने वाली गाड़ियां लंबी दूरी कि सवारियां ढोती हैं.

दरअसल इसकी प्रमुख वजह यह बताई जाती है कि एआरटीओ प्रवर्तन आरएस यादव अपने आपको बचाये जाने के लिए ऐसा शुरू से ही कर रहे थे. हालांकि ये बसें किसके नाम पर भ्रष्ट यादव ने खरीदी हैं. इसका खुलासा नहीं हुआ है. सूत्रों के मुताबिक एआरटीओ प्रवर्तन आरएस यादव ने बनारस से अपनी वोल्वो बस सेवा लंबे समय से शुरू कर रखी है. उनके बेड़े की गाड़ियां बनारस से दिल्ली, अहमदाबाद, मुंबई, लखनऊ और जयपुर सहित कई राज्यों में जाने और आने वाले यात्रियों को लाने और लेजाने का काम करती हैं. हालांकि रविवार को यादव को गिरफ्तार करने से पहले उनके कई ठिकानों पर पुलिस ने छापे मारी की, लेकिन उनके बसों के इस बड़े बेड़े का खुलासा नहीं हो सका, लेकिन हमारे रिपोर्टर ने जब इस मामले की गहनता से पड़ताल की तो उसको इस बेड़े की जानकारी मिली. गौरतलब है कि एक वोल्वो बस की कीमत तकरीबन 50 लाख रुपये के आसपास होती है तो 50 बसों को रखने वाला अधिकारी कितना मोटा असामी होगा इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है.

बहरहाल भ्रष्टाचार के जरिये अकूत संपत्ति बनाने के आरोपी चंदौली के एआरटीओ प्रवर्तन आरएस यादव को पुलिस अभिरक्षा में रविवार की शाम वाराणसी की अदालत में पेश किया गया. अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद आरएस यादव को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. पेशी के दौरान कचहरी में परिवहन विभाग का कोई कर्मचारी और अधिकारी नहीं था. समर्थन में दो चार वकील ही पहुंचे थे. इसके पूर्व पुलिस ने आरएस यादव को लेकर उनके छावनी स्थित होटल वेस्टिन और घर पर छापेमारी की. होटल से हार्डडिस्क समेत कागजात और घर से भी कई फाइलें पुलिस ने जांच के लिए जब्त कर ली है. जांच में एआरटीओ के अरबों रुपये के साम्राज्य का पता चला है. चंदौली पुलिस के सीओ प्रदीप सिंह चंदेल, इंस्पेक्टर मुगलसराय अतुल नारायण सिंह और इंस्पेक्टर चकिया अश्विनी चतुर्वेदी अपने साथ आरएस यादव को लेकर दिन में करीब ग्यारह बजे होटल वेस्टिन पहुंचे थे.

अदालत ने यादव को भेजा जेल  करीब एक घंटे तक पुलिस ने रिसेप्सन पर रखे कंप्यूटर और फाइलों की पड़ताल की. इस दौरान होटल में हड़कंप मचा रहा. होटल में छापे की सूचना मिलते ही होटल में ठहरे गेस्ट बाहर निकल आए थे. कर्मचारी भी इधर उधर भाग रहे थे. आरएस यादव रिसेप्सन पर सोफे पर बैठे रहे और पुलिस जांच करती रही. इसके बाद पुलिस यादव के आवास पहुंची. अंदर जाने के बाद मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया. यहां भी करीब दो घंटे तक पड़ताल की गई. आलमारी में रखे कागजात खंगाले गए. घर से गहने और रुपये हटा दिए गए थे. केवल 14 हजार रुपये मिले. उस समय घर पर उनकी पत्नी और बेटियां थीं. सूत्रों की मानें तो पुलिस को होटल और मकान की जांच के दौरान संपत्ति से जुड़े कई महत्वपूर्ण कागजात मिले हैं. होटल और मकान में छापे के बाद पुलिस यादव को लेकर चंदौली चली गई. शाम करीब पांच बजे उन्हें वाराणसी लाया गया और अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया.