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आतंकवाद से लड़ाई में भारत का पूरा साथ देंगे, पाकिस्‍तान के साथ निकट सैन्‍य संबंध नहीं: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन

सेंट पीटर्सबर्ग। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा कि भारत के साथ उनके देश का रिश्ता विश्वास पर आधारित है. इसके साथ ही उन्‍होंने यह भी साफ किया कि पाकिस्तान और अन्य देशों के साथ रूस के बढ़ते संबंधों से दोनों देशों के बीच रिश्‍ता फीका नहीं होगा.

राष्‍ट्रपति पुतिन ने कहा कि दुनिया में कोई अन्य देश ऐसा नहीं है, जिसके साथ रूस का मिसाइल जैसे संवेदनशील क्षेत्र में इतना गहरा सहयोग है.

इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि जहां से भी आतंकवाद का खतरा आएगा, वह स्वीकार्य नहीं होगा. रूस आतंकवाद से लड़ाई में भारत को पूरा समर्थन करेगा. रूसी राष्‍ट्रपति ने आगे कहा कि रूस के पाकिस्तान के साथ किसी तरह के निकट सैन्य संबंध नहीं हैं. भारत के सभी हितों का रूस पूरा सम्मान करता है.

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जब रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन से मुलाकात की तो रिश्तों में बेहद मधुरता दिखाई दी. जब पीएम मोदी ने इस बारे में जिक्र किया कि किस तरह रूसी राष्ट्रपति के भाई उनके परिवार के उन अनेक सदस्यों में शामिल हैं, जिन्होंने देश के लिए जान गंवा दी.

आठ महीने में दूसरी बार 64 वर्षीय पुतिन से मुलाकात करते वक्त पीएम मोदी ने अपने शुरूआती वक्तव्य में पिस्कारियोवस्कोये सीमेट्री के अपने दौरे का जिक्र किया, जहां द्वितीय विश्व युद्ध और 900 दिन तक लेनिनग्राद पर रहे कब्जे के दौरान मारे गए पांच लाख से अधिक लोगों का स्मारक बनाया गया है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मुझे सीमेट्री में जाने का और रूस के लिए जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देने का अवसर मिला’. उन्होंने प्रेजिडेंट पुतिन को देखते हुए कहा, ‘आप एक राजनेता हैं, जिनके परिवार ने रूस के सम्मान के लिए कुर्बानी दी’. उन्होंने कहा, ‘आपके भाई शहीद हो गए थे’. पुतिन के भाई विक्टर की 70 साल पहले द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान मौत हो गई थी.

पुतिन द्वारा 2008 में रस्की पायोनियर पत्रिका को दी गई जानकारी के अनुसार उनके पिता छह भाई थे. उनमें से पांच 1941 से 1944 के युद्ध के दौरान मारे गए थे. पुतिन ने पत्रिका को बताया था कि कैसे उनकी कमजोर मां को मरणासन्न अवस्था में स्ट्रेचर पर एक जर्जर इमारत से ले जाया गया. इससे पहले महीनों तक बंधक बने रहने और हिंसक युद्ध के दौरान दो साल के विक्टर की डिप्थीरिया और भुखमरी से मौत हो गई थी.

पुतिन के एक और भाई अलबर्ट का जन्म 1930 के दशक में हुआ था, लेकिन शैशवावस्था में ही उनकी भी मृत्यु हो गई. 1952 में जन्मे पुतिन ने सीमेट्री जाने के लिए पीएम मोदी का आभार जताया. उन्होंने कहा कि रूस की जनता के दिल में ऐसी जगहों के लिए खास महत्व है.