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अगले बरस फिर गोमती किनारे होगा महोत्सव

pd logलखनऊ। कभी गोमती का किनारा लखनऊ महोत्सव की रंगीन और खुशनुमा शामों से गुलजार हुआ करता था। फिर महोत्सव को आशियाना के स्मृति उपवन में लगने लगा। अब एक बार फिर से यह गोमती किनारे लौटेगा। गोमती का तट रिवर फ्रंट का काम पूरा होने के साथ ही झूलों और भीड़ से गुलजार होगा। मेले लगेंगे, सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे इसके साथ ही लखनऊ महोत्सव भी स्मृति उपवन में न होकर अगली बार से गोमती किनारे ही होगा। महोत्सव गोमती किनारे करवाने का फैसला सिंचाई और लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव ने लिया है। मंत्री का निर्देश जारी होने के बाद सिंचाई विभाग ने भी कवायद शुरू कर दी है।

प्रॉजेक्ट गोमती रिवर फ्रंट सिंचाई विभाग चला रहा है। प्रॉजेक्ट में ला मार्टिनियर बैराज से लेकर हनुमान सेतु तक रिवर फ्रंट डिवेलप हो रहा है। 8.2 किमी डॉयफाम वाल और ट्रंक ड्रेन के साथ फूल वाले गमले और घास लगाई जानी है। इसके साथ ही ला मार्टिनियर गियर और गांधी सेतु के बीच 500 कारों की मल्टीलेवल पार्किंग, कियोस्क, साइकिल ट्रैक और ओपेन थिऐटर बनना है। रिवर फ्रंट पर 23 किमी पक्की सड़क और एक पुल दो अंडर पास बनाने की योजना है। पूरे तट पर डिवेलपमेंट के साथ लाइटिंग होनी है।

प्रॉजेक्ट पूरा होने के साथ रिवर फ्रंट पर दोनों तरफ 77 एकड़ से अधिक जमीन ऐसी होगी जिस पर कोई भी आयोजन और मेला करवाया जा सकेगा। इसके साथ ही गोमती में मोटर बोट चलाए जाने का भी प्रस्ताव शामिल है। इन मोटर बोट के स्टेशन ला मार्ट और कुड़ियाघाट में होंगे। मोटरबोट इन्हीं दोनों के बीच चलेंगी।

डालीगंज पुल पर लगने वाले मशहूर कतकी मेला भी अगले साल से गोमती तट पर लगेगा, इसके निर्देश जारी हो चुके हैं। महीने भर लगने वाले इस मेले में शहर भर के लोग जुटते हैं और भीड़-भाड़ रहती है। इससे डालीगंज और सीतापुर रोड पर ट्रैफिक में आने वाली समस्याएं भी कम हो जाएंगी।

प्रमुख सचिव सिंचाई दीपक सिंघल ने बताया कि गोमती रिवर फ्रंट पर अगली बार से लखनऊ महोत्सव का आयोजन करवाने का फैसला शासन स्तर पर लिया गया है। विभाग को जो निर्देश मिले हैं, उन पर काम शुरू करवा दिया गया है। महोत्सव के समय तक मैदान और लाइटिंग की व्यवस्था हो जाएगी।