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अखिलेश के 1500 करोड़ के गोमती रिवर फ्रंट में घोटाले की जांच करेंगे रिटायर्ड जज

लखनऊ। सपा सरकार में अखिलेश के 1500 करोड़ के ड्रीम प्रोजेक्ट गोमती रिवर फ्रंट में बड़ा घपला सामने आ रहा है। नदी के छह किलोमीटर एरिया में तीन मीटर गहरी खुदाई का दावा किया गया, मगर इसकी मिट्टी कहां है, यह किसी को पता नहीं है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों निरीक्षण के दौरान यह सवाल किया तो अफसर बंगले झांकने लगे। अब सीएम योगी ने न्यायिक जांच  बैठाते हुए 45 दिन के अंदर रिपोर्ट तलब की है।

गोमती रिवर फ्रंट परियोजना का लोकार्पण 16 नवंबर 2016 को तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने किया था। अब तक ड्रीम प्रॉजेक्ट पर अब तक करीब 1,427 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। इस पैसे से दोनों किनारों का सौंदर्यीकरण हुआ है। जॉगिंग ट्रैक, साइकल ट्रैक और बच्चों के पार्क बनाए गए हैं। बच्चों के लिए डिज्नी ड्रीम शो, टॉरनेडो फाउंटेन्स, वॉटर थिअटर बनाए गए हैं। इसके अलावा योग केंद्र, विवाह भवन और ओपन थिअटर का भी निर्माण किया गया है। गोमती के किनारे क्रिकेट और फुटबॉल स्टेडियम भी बनाया गया है। मगर अभी भी रिवर फ्रंट पूरा नहीं हुआ है। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए विभागीय अफसरों ने और करीब एक हजार करोड़ रुपये की जरूरत बताई। इस पर योगी ने साफ मना कर दिया कि अब एक फूटी कौड़ी भी नहीं दी जाएगा। हां नमामि गंगे योजना के तहत जरूर गोमती का उद्धार किया जाएगा।