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चुनाव के मौसम में घूम रहे हैं महापुरुषों के ठेकेदार : अखिलेश

akhilesh_yadav_azam_khanलखनऊ। कैबिनेट बैठक में कई अहम प्रस्तावों को मंजूरी मिलने के बाद सीएम अखिलेश यादव गुरुवार को मीडिया से रू-ब-रू हुए। सीएम अखिलेश ने विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा ‘चुनाव का मौसम है और महापुरुषों के ठेकेदार घूम रहे हैं। बीते दिनों कैबिनेट मंत्री आजम खान ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का मजाक उड़ाते हुए एक बेहद विवादास्पद टिप्पणी की थी। आजम ने कहा था ‘इस आदमी के हाथ का इशारा कहता है कि यह जमीन मेरी है और सामने वाला खाली प्लॉट भी मेरा है।’ आजम के बयान के बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा ‘मुझे आजम से यह उम्मीद नहीं थी। सीएम अखिलेश को आजम से इस्तीफा ले लेना चाहिए।’ वहीं, यूपी बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या ने कहा ‘आजम अक्ल से पैदल हैं।’

सीएम अखिलेश ने कहा कि यूपी में चुनावी मौसम को देखते हुए हर कोई नेता अपने आप को महापुरुषों का ठेकेदार बताता फिर रहा है। मायावती अंबेडकर को लेकर वोट की राजनीति कर रही हैं और बीजेपी दलितों को आड़ें हाथों लेकर चुनावी रोटी सेकने में लगी है। सीएम अखिलेश ने यह भी कहा कि महापुरुषों की ठेकेदारी करने के चक्कर में इतिहास के पन्नों को भी फाड़ दिया जा रहा है। लखनऊ जेल, जो कि काकोरी कांड के इतिहास को संजोए हुआ था, अब वहां हाथी खड़ा है। सीएम ने कहा कि अब समय बदल चुका है और ऐसी ठेकेदारी करने वाले राजनीतिक दलों और नेताओं को कोई नहीं पूछने वाला है।

सबसे पहले मुलायम ने की थी पहल
सीएम अखिलेश ने कहा कि अंबेडकर के नाम को लेकर सबसे पहले विकास कार्य करने वाले नेता मुलायम सिंह यादव हैं। लेकिन नेताजी ने कभी महापुरुषों के नाम को लेकर ठेकेदारी नहीं की।जो नेता काम करता है, उसे ठेकेदारी करने की जरूरत नहीं पड़ती। वहीं, सिर्फ नाम का गुणगान करने वाले नेता चुनावी मौसम को देखकर ठेकेदारी करने का काम शुरू कर देते हैं।